Eid-e-Milad 2022 Messages: ईद-ए-मिलाद (Eid-e-Milad 2022) पैगंबर मुहम्मद का जन्मदिन मनाया जाता है. इस दिन मुहम्मद के जीवन और शिक्षाओं को याद किया जाता है. इस दिन को मौलिद (Mawlid) और मिलाद उन नबी (Milad un Nabi) के रूप में भी जाना जाता है, यह पाक दिन इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-उल अव्वल के 12 वें दिन मनाया जाता है. जहां मुहम्मद के जन्मदिन का जश्न खुशी का है, वहीं यह शोक का दिन भी है. यह इस तथ्य के कारण है कि पैगंबर मुहम्मद का भी रबी-उल अव्वल के 12 वें दिन निधन हो गया था. ईद ए मिलाद इस्लाम के पैगंबर मुहम्मद के जन्म का जश्न मनाता है. ऐतिहासिक ग्रंथों के अनुसार, मुहम्मद का जन्म 570 सीई में सऊदी अरब में हुआ था.
अपने जीवन के दौरान, मुहम्मद ने इस्लाम की स्थापना की और एक एकल राज्य के रूप में सऊदी अरब का गठन किया जो अल्लाह की सेवा के लिए समर्पित था. 632 ईस्वी में मुहम्मद की मृत्यु के बाद, कई मुसलमानों ने उनके जीवन और उनकी शिक्षाओं को विभिन्न अनौपचारिक छुट्टियों के साथ मनाना शुरू कर दिया. इन विभिन्न उत्सव परंपराओं के बावजूद, पैगंबर मुहम्मद का जन्मदिन व्यापक रूप से तब तक नहीं मनाया गया जब तक कि फातिमा ने मिस्र में मिलाद उन-नबी की स्थापना नहीं की. मुहम्मद के जन्मदिन के पहले आधिकारिक उत्सव पर, मुस्लिम और इस्लामी विद्वान मस्जिदों में श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए. इस पाक दिन पर हम ले आए हैं कुछ ख़ास विशेज जिन्हें आप HD Wallpapers और GIF Greetings के जरिए भेजकर इस पाक दिन की मुबारकबाद दे सकते हैं.
1. आपको और आपके पूरे परिवार को ईद- ए- मिलाद मुबारक
2. दुनिया की हर फिज़ा में उजाला रसूल का;
यह सारी कायनात है सदक़ा रसूल का;
खुश्बू-ए-गुलाब है पसीना रसूल का;
आप को हो मुबारक महीना रसूल का
ईद-ए-मिलाद मुबारक!
3. समुद्र को उसका किनारा मुबारक,
चांद को सितारा मुबारक,
फूलों को उसकी खुशबू मुबारक,
दिल को उसका दिलदार मुबारक,
आपको और आपके परिवार को,
ईद-ए-मिलाद मुबारक
4. तमन्ना आपकी सभी पूरी हो जाएं,
हो आपका मुक्कदर इतना रोशन कि,
आमीन कहने से पहले ही
आपकी हर दुआ मंजूर हो जाए.
ईद-ए-मिलाद मुबारक
5. ईद का त्यौहार आया है
खुशियां संग लाया है
खुदा ने दुनिया को महकाया है.
देखो फिर से ईद-ए-मिलाद आया है
मिलाद उन-नबी पर लोगों में मिठाइयाँ और अन्य दावतें बांटी जाती हैं. इस दिन शहद सबसे अधिक वितरित किया जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कई विद्वानों का मानना है कि शहद पैगंबर मुहम्मद को बहुत पसंद था. मुसलमान मिलाद उन-नबी पर मस्जिद में जाते हैं और नमाज़ अदा करते हैं. मस्जिद में उपदेश सुनते हैं और पैगंबर मुहम्मद द्वारा बताए गए बातों को याद करते हैं.