भारत और चीन (India-China) के बीच LAC को तनातनी बरकरार है. इस बीच एक बड़ा खुलासा हुआ है कि ड्रैगन अपनी नापाक चाल से भारत के भीतर जासूसी कर रहा है. दरअसल चीन की सेना और खुफिया एजेंसी से जुड़ी कंपनी झेन्हुआ डाटा इंफॉरमेशन टेक्नॉलजी कंपनी लिमिटेड (Zhenhua Data Information Technology) इसे अंजाम दे रही थी. चीन जिनकी जासूसी कर रहा था उसमें प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक, मुख्यमंत्री से लेकर सेना के अफसर तक और बड़े अफसरों से लेकर बिजनेसमैन शामिल हैं. इस जानकारी के बाद भारत की सरकार अलर्ट हो गई है. इसी कड़ी में भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस कड़ी में भारत सरकार ने Zhenhua डेटा लीक मामले में एक एक्सपर्ट कमिटी का गठन किया है. यह कमिटी सभी रिपोर्ट्स का अध्ययन करेगी और 30 दिन के भीतर अपनी सिफारिशें सौपेगी. वहीं, इस मामलें को लेकर विदेश मंत्रालय नी कंपनी झेन्हुआ डेटा इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी का मुद्दा उठाया. जिसके बाद चीन ने जवाब में कहा कि झेन्हुआ एक निजी कंपनी है और सार्वजनिक रूप स्थिति बताती है. भारत सरकार इस मामलें को लेकर बेहद गंभीर है और भारतीय नागरिकों की गोपनीयता और निजी डेटा की सुरक्षा को बहुत गंभीरता से लेती है.
ANI का ट्वीट:-
Zhenhua data leak - GoI has constituted an expert committee under the National Cyber Security Coordinator to study these reports, evaluate their implications, assess any violations of law and submit its recommendations within 30 days: Sources pic.twitter.com/JxQGc0YhqU
— ANI (@ANI) September 16, 2020
गौरतलब हो कि इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) से संबंध रखने वाली चीन की प्रौद्योगिकी कंपनी हजारों भारतीयों पर नजर बनाए हुए है. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi), पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), दिग्गज बिज़नेस मैन रतन टाटा और गौतम अडानी से लेकर राधे मां (Radhe Maa) तक का नाम शामिल हैं