कोलकाता, 20 अप्रैल: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकील द्वारा पार्थ चटर्जी के खिलाफ न्यायिक हिरासत में अंगूठियां पहनने को लेकर 'प्रभाव डालने वाला सिद्धांत' स्थापित करने की कोशिश करने के एक दिन बाद युवा तृणमूल कांग्रेस के निष्कासित नेता गिरफ्तार कुंतल घोष ने भी पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री का उपहास उड़ाया. गुरुवार को जब घोष को यहां प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत में लाया गया, तो घोष ने मुस्कुराते हुए अपने हाथों को ऊंचा किया और मीडियाकर्मियों से कहा, देखिए मेरे पास अंगूठियां नहीं हैं, लेकिन मेरे पास है गर्मी से हुए चकत्ते हैं. यह भी पढ़ें: Former Minister Murder Case: न्यायालय सांसद को गिरफ्तारी से राहत को चुनौती वाली याचिका पर सुनवाई करेगा
उनका संकेत स्पष्ट था कि चटर्जी की तरह उन्हें न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान किसी को प्रभावित करने की अनुमति नहीं है.
गौरतलब है कि घोष और चटर्जी पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए दक्षिण कोलकाता में प्रेसीडेंसी सेंट्रल सुधार गृह में न्यायिक हिरासत में हैं. बुधवार को जब चटर्जी उसी अदालत में एक आभासी सुनवाई में उपस्थित थे, ईडी के वकील ने तर्क दिया कि चटर्जी को न्यायिक हिरासत में अंगूठी पहनने की अनुमति दी गई है, जो यह दर्शाता है कि वह किस हद तक अपना प्रभाव डालते हैं.
वकील ने कहा था, जेल कोड स्पष्ट रूप से कहता है कि एक कैदी अपने साथ गहने या धातु की कोई वस्तु नहीं रख सकता। यह जेल अधिकारियों का कर्तव्य है कि वे जेल कोड के प्रावधानों को सुनिश्चित करें और लागू करें. इसके बाद जज ने चटर्जी से अंगूठियां उतारने को कहा, जो उन्होंने किया. न्यायाधीश ने इस मामले में जेल अधीक्षक को भी तलब किया और 26 अप्रैल को सुबह 11 बजे तक इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा.