उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली में ग्लेशियर टूटने (Glacier Burst) से आई आपदा के बाद युद्ध स्तर पर रविवार से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल जवानों ने कल 10 शव बरामद किये थे. वहीं आज रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक के बाद एक अलग- अलग स्थानों से शव मिल मिल रहे हैं. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार (DGP Ashok Kumar) ने सोमवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बाताया कि हादसे में 8 फरवरी की रात 8 बजे तक 26 शव बरामद हुए. जबकि 197 लोग अब भी लापता हैं. जिनमें से लगभग 35 लोग सुरंग में हैं, जहां बचाव अभियान अभी भी जारी है.
वहीं ग्लेशियर टूटने से क्षेत्र में आई बाढ़ और भारी तबाही के एक दिन बाद ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री आर.के.सिंह ने तपोवन सुरंग का दौरा किया. उन्होंने इंडो-ताइबान बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा चलाए जा रहे बचाव कार्यों का जायजा लिया. वहां अधिकारियों ने उन्हें जवानों द्वारा किए जा रहे कामों का ब्यौरा दिया. उन्हें बताया गया कि तपोवन बांध के पास सुरंग के अंदर 90 मीटर तक के मलबे को साफ कर दिया गया है. अभी भी सुरंग के अंदर 100 मीटर का मलबा साफ होना बाकी है. यह भी पढ़े: Uttarakhand Glacier Burst: ग्लेशियर टूटने के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जोशीमठ इलाके का किया दौरा, राहत और बचाव कार्यों का लिया जायजा
चमोली हादसे में अब तक 26 शव बरामद
Till 8 pm of 8th February, 26 bodies have been recovered. 171 people still remain missing out of which around 35 are supposed to be in the Tunnel where rescue operation is still going on: Ashok Kumar, DGP, Uttarakhand
— ANI (@ANI) February 8, 2021
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में रविवार की सुबह ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ के कारण दोनों जलविद्युत परियोजनाओं - एनटीपीसी तपोवन हाइडल पावरप्लांट और ऋषि गंगा हाइडल पावर प्लांट में भारी नुकसान हुआ है. यहां के करीब 197 लोग अब भी लापता हैं. हालांकि, आईटीबीपी और अन्य केंद्रीय और राज्य बचाव दल विभिन्न सुरंगों से एक दर्जन से अधिक लोगों की जान बचाने में कामयाब रहे हैं.