गोरखपुर:- पुलिस के कंधो पर जिम्मेदारी होती हो कि अपराध की नकेल कसे. शहर में कानून व्यवस्था बनी रहे. इसकी जिम्मेदारी भी पुलिस की होती है. लेकिन अगर पुलिसवाला ही लुटेरा हो और वही लूटपाट की घटना को अंजाम दे तो क्या होगा. एक ऐसा ही बेहद हैरान कर देने वाला उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखपुर जिले (District Gorakhpur) से सामने आया है. दरअसल यूपी पुलिस (UP Police) के एक सब-इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सर्राफा बाजार में लूटपाट के आरोप में गिरफ्तार किया गया. दरअसल पुलिस की जानकारी मिली कि इलाके में दो सर्राफा कारोबारियों से पुलिस की वर्दी पहने दो लोगों ने लाखो रूपये की नगदी और सोना, चांदी, जांच के दौरान लूटकर फरार हो गए थे. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को तलाश शुरू कर दी.
महाराजगंज के निचलौल के दो सर्राफा व्यपारी जब गहने और कैश लेकर जा रहे थे. उसी दौरान तीन वर्दीधारी पुलिसकर्मीयों ने गाड़ी को रोक दिया. और तलाशी के नाम पर दोनों को निचे उतार दिया. इसी दौरान उन्होंने सोना और पैसा लेकर भाग निकले. इस जानकारी के बाद पुलिस ने सीसीटीवी को खंगालना शुरू किया तो उन्हें पता चला की लुटरे असली पुलिसकर्मी है. इस मामले के बाद पुलिस ने तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. उत्तर प्रदेश: लखनऊ में मंदिर के पुजारी की ईंट से पीट कर हत्या, मामले की जांच में जुटी पुलिस.
पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उसमें धर्मेन्द्र यादव (उ0नि0), महेन्द्र यादव (आरक्षी), संतोष यादव (आरक्षी) को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा अलावा देवेन्द्र यादव, शैलेश यादव, दुर्गेश अग्रहरी को भी गिरफ्तार किया गया है. वहीं, इस घटना के बाद तीनो आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, इस मामलें की जांच शुरू कर दिया है कि इन्होने इससे पहले और कितने वारदात को अंजाम दिया है.