गोरखपुर: यूपी (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शनिवार को सांसदों-विधायकों के साथ विशेष बैठक कर गोरखपुर (Gorakhpur) मंडल की विकास परियोजनाओं की प्रगति का हाल जाना. उन्होंने सिलसिलेवार गोरखपुर, महराजगंज (Maharajganj), देवरिया (Deoria) व कुशीनगर (Kushinagar) जनपदों से आए सांसदों व विधायकों से उनके क्षेत्र की विकास योजनाओं और समस्याओं की जानकारी ली. सबसे कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान हेतु और क्षेत्रीय जन आकांक्षा के अनुरूप नए विकास कार्यों का प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं. इन प्रस्तावों पर त्वरित कार्यवाही होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गोरखपुर मंडल विकास की नई पहचान के साथ आगे बढ़ा है. मंडल को गोरखपुर खाद कारखाना, एम्स, रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी, पिपराइच चीनी मिल, आयुष विश्वविद्यालय, सैनिक स्कूल, कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसे अनेक बड़ी परियोजनाओं की सौगात मिली है. Noida Shocker: कपड़े वापस नहीं करने पर ग्राहक ने दुकानदार की डंडों से पीटा, CCTV में वारदात में कैद
देवरिया में मेडिकल कॉलेज संचालित है, कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज का निर्माण तेजी से हो रहा है. महराजगंज में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाने की प्रक्रिया आगे बढ़ चुकी है. उन्होंने कहा कि विकास एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है. जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वे जनता के बीच रहकर विकास कार्यों की चर्चा करें, विकास को लेकर उनकी और आकांक्षाओं को जाने तथा उसके अनुरूप प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जनप्रतिनिधि शीतलहर के बीच आम जनमानस के साथ-साथ खेती-किसानी और गोवंश आदि की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी रखें और सतत निगरानी करते रहें. कहा कि प्रदेश में धान खरीद सुचारु रूप से चल रहा है. जब तक एक भी किसान क्रय केंद्र पर आएगा, खरीद जारी रहेगी. शीतलहर के बीच क्रय केंद्रों की व्यवस्थाओं का जनप्रतिनिधि भी निरीक्षण करते रहें.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 'ट्रेड, टेक्नोलॉजी और टूरिज्म' मंत्र को आत्मसात कर उत्तर प्रदेश समृद्धि के नए सोपान चढ़ रहा है. बेहतर कानून-व्यवस्था तथा नीतिगत सुधारों के माध्यम से आज देश-दुनिया में निवेश का श्रेष्ठतम गंतव्य बनकर उभरा है. इस छवि का फायदा गोरखपुर मंडल को भी अधिकाधिक मिलना चाहिए. जनप्रतिनिधि के रूप में सांसद-विधायक अपने क्षेत्र के ब्रांड एम्बेसेडर हैं. अपने क्षेत्र की खूबियों से देश-दुनिया को परिचय कराने के लिए आपको ठोस प्रयास करना होगा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी 10-12 फरवरी को उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है. समिट से पहले दुनिया भर के निवेशकों को उत्तर प्रदेश में निवेश का आमंत्रण देने की हमारी कार्ययोजना को आशातीत सफलता मिली है. विदेश में रोड शो की सफलता के बाद अब देश के प्रमुख महानगरों में उद्योग जगत को आमंत्रित करने रोड शो का आयोजन हो रहा है. जीआईएस-2023 ऐतिहासिक होने जा रहा है. व्यापक निवेश से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिसका सीधा लाभ हमारे युवाओं को मिलेगा.
उन्होंने कहा कि विदेशी और घरेलू निवेशक रोड शो से प्रेरणा लेते हुए अनेक जनपदों ने जिला स्तर पर निवेशक सम्मेलन आयोजित किए और हजारों करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए. ऐसे ही प्रयास गोरखपुर मंडल में भी किये जाने चाहिए. जनपदीय निवेशक सम्मेलन के आयोजन के लिए सांसद के नेतृत्व में विधायकगण कमान संभालें, जिला प्रशासन, औद्योगिक अवस्थापना विभाग, इन्वेस्ट यूपी और मुख्यमंत्री कार्यालय से सहयोग लें. अपने क्षेत्र के उद्यमियों, व्यापारियों, प्रवासी जनों से संवाद-संपर्क बनाएं. उन्हें प्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों, सेक्टोरल पॉलिसी की जानकारी दें.
सीएम योगी ने कहा कि लोगों की सुविधा, सुरक्षा और समृद्धि सरकार की नीतियों के मूल में है. इसलिए जनप्रतिनिधिगण क्षेत्र में संचालित विकास परियोजनाओं का निरीक्षण करते रहें. यह योजनाएं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की छवि निर्माण में सहायक हैं. गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने में जनप्रतिनिधियों को योगदान करना होगा.
उन्होंने कहा कि तकनीक का बेहतर इस्तेमाल करें. आज सोशल मीडिया, संवाद का बेहतरीन माध्यम बन कर उभरा है. सभी सांसद - विधायकगणों को इस मंच का उपयोग करना चाहिए. केंद्र व राज्य सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं, औद्योगिक नीतियों, रोजगारपरक कार्यक्रमों के बारे में सकारात्मक भाव से सोशल मीडिया मंच पर अपनी राय रखनी चाहिए. जनता से संपर्क-संवाद बनाने में यह मंच अत्यंत उपयोगी है.