NEET Solver Gang Busted: सब्जी बेचने वाली की बेटी UP के वाराणसी से गिरफ्तार, 5 लाख रुपये में दूसरे की जगह दे रही थी नीट 2021 की परीक्षा
गिरफ्तार/ प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Facebook)

लखनऊ: नीट 2021 की परीक्षा में सॉल्वर गैंग (NEET Solver Gang) के बारे में उत्तर प्रदेश की वाराणसी क्राइम ब्रांच पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने सब्जी बेचने वाली की बेटी जो बीएचयू की छात्रा हैं. वह पैसों की लालच में दूसरे की जगह नीट (NEET) की परीक्षा दे रही थी. पुलिस ने उसे परीक्षा देते ही परीक्षा सेंटर से गिरफ्तार किया है. छात्रा के गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी मां को भी गिरफ्तार किया हैं. क्योंकि छात्रा की मां को भी इसके बारे में सब कुछ मालूम था. दलाल ने पहले उसकी मां को अपने झांसा में लेने के बाद दूसरे की जगह परीक्षा में बैठने के लिए छात्रा को पैसों के लिए राजी किया था. पुलिस के अनुसार इस गैंग का मास्टर माइंड बिहार के पटना का रहने वाला है. जिसकी तलाश हैं.

वाराणसी के पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश (A Satish Ganesh) ने इस गैंग के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग के ऊपर नजर रखने के लिए बकायदा क्राइम ब्रांच की टीम गठित की गई थी. इसी टीम को नीट परीक्षा के लिए सारनाथ स्थित एक सेंटर पर शक के आधार पर छात्रा को पकड़ा. छात्रा से जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो खुलासा हुआ कि वह किसी दूसरे के स्थान पर पैसों की लालच में परीक्षा दे रही थी. इस परीक्षा के लिए उसकी पांच लाख रुपये में डील हुई थी. यह भी पढ़े: NEET UG 2021 Exam NTA Guidelines: फुल आस्तीन के कपड़े, हाई हील सैंडल सहीत ये चीजें प्रतिबंधित, एक क्लिक में समझें कैसे जाएं परीक्षा केंद्र

गिरफ्तार लड़की का नाम जुली हैं. वह वाराणसी के BHU की छात्रा है और बीडीएस सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रही हैं. छात्रा जूली ने अपने बारे में बताया कि वह पटना के संदलपुर वैष्णवी कॉलोनी की रहने वाली है. उसके परिवार की माली हालत ठीक नहीं है. वहीं, उसके पिता पटना में सब्जी बेचने का काम करते हैं. ऐसे में गरीबी का फायदा उठाकर सॉल्वर गैंग ने युवती की मां बबिता को अपने जाल में फंसाया. इसके बाद उनसे कहा कि अगर तुम्हारी बेटी हमारी कैंडिडेट की जगह बैठ कर परीक्षा दे देगी तो सेंटर से बाहर निकलते ही 5 लाख रुपए आपको मिल जाएंगे. छात्रा की मां पैसे के लालच में आ गई और अपनी बेटी को दूसरी कैंडिडेट की जगह एग्जाम एक्जाम में बैठने के लिए हामी भर दी.

वाराणसी क्राइम ब्रांच पुलिस के अनुसार गैंग में KGMU लखनऊ का एक डॉक्टर भी शामिल है जिसकी अहम भूमिका है. फिलहाल पुलिस को इस गैंग को लेकर उसकी भी तलाश हैं. पुलिस के अनुसार इस गैंग का नेटवर्क पूर्वोत्तर राज्यों तक फैला हैं. पुलिस ने इस गैंग में शामिल अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी हैं. बाकी अन्य की तलाश जारी है.