UP Budget 2022: सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- '97 संकल्प को हमने बजट में  स्थान दिया
सीएम योगी (Photo Credits ANI)

UP Budget 2022: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने बजट के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि आज वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट आज पेश किया गया.  हमने विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान लोक कल्याण संकल्प पत्र में 130 वादे किए थे। इनमें से 97 संकल्प को हमने बजट में स्थान दिया है. मुख्यमंत्री योगी ने कहा किसानों को अगले पांच वर्ष तक मुफ्त सिंचाई की सुविधा मिलेगी. जिससे कि इनको बड़ा लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में एमबीबीएस की सीटों को दोगुना किया है.इतना ही नहीं, हम तो अभी से महाकुंभ की तैयारी में भी लग गए हैं। इसका भी बजट में प्रावधान है. सामूहिक विवाह योजना जिसमें गरीब कन्याओं की शादी के लिए 51,000 रुपए उपलब्ध कराते हैं, उसका बजट 250 करोड़ से बढ़ाकर 600 करोड़ रुपए किया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में इस बार अस्थिरता कोष की स्थापना की गई है। हम किसानों को निशुल्क सोलर पैनल उपलब्ध कराएंगे. इसके साथ ही लघु सिंचाई की परियोजनाओं के लिए भी हजार करोड़ का प्रावधान है. हम नाव खरीद के लिए 40 फीसदी सब्सिडी देंगे। इसके साथ ही प्रदेश में पुजारियों व संतों के लिए पुरोहित कल्याण बोर्ड बनेगा। बजट में गरीब कन्याओं की शादी के लिए 600 करोड़ रखा गया है. अब प्रदेश में निराश्रित महिलाओं की पेंशन एक हजार रुपया की गई है. निराश्रित महिला पेंशन की राशि 300 से बढ़ाकर 1,000 रुपए की है.इसके लिए इसका बजट 1,812 करोड़ से बढ़ाकर 400 करोड रुपए किया है. यह भी पढ़े: UP Budget 2022: वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेश किया यूपी का सबसे बड़ा बजट, वाराणसी-गोरखपुर को मेट्रो की सौगात

योगी ने कहा, हमारी सरकार ने वर्ष 2022-23 का बजट आज प्रस्तुत किया है। यह बजट प्रदेश की 25 करोड़ जनता की आकांक्षाओं की भावनाओं के अनुरूप प्रदेश के समग्र विकास, गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिलाएं, श्रमिक और समाज के प्रत्येक तबके को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इस ²ष्टि से का यह बजट 05 वर्षों का एक विजन भी है जो प्रदेश के सर्वसमावेशी, समग्र विकास के साथ-साथ एक उज्‍जवल भविष्य की रूप-रेखा भी तैयार करेगा उन्होंने आगे कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में लोक कल्याण संकल्प पत्र की भावनाओं के अनुरूप देश की सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य, उत्तर प्रदेश जन-आकांक्षाओं की पूर्ति कर सके और समग्र विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायक हो सके।