लॉकडाउन का आकलन करने पहुंची केंद्रीय टीमों को सहयोग नहीं कर रहा पश्चिम बंगाल, गृह मंत्रालय ने लिखा पत्र
देश में कोरोना का कहर (Photo Ctredits: IANS)

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल (West Bengal) सरकार कोविड-19 (COVID-19) से पैदा हुयी स्थिति का आकलन करने के लिए राज्य का दौरा कर रही केंद्रीय टीमों के साथ सहयोग नहीं कर रही है. मंत्रालय ने यह भी कहा कि केंद्रीय टीमों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बातचीत करने से भी रोका जा रहा है.

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को लिखे एक पत्र में कहा कि यह मंत्रालय के संज्ञान में लाया गया है कि कोलकाता और जलपाईगुड़ी का दौरा करने वाली दोनों अंतर-मंत्रालयीय केंद्रीय टीमों को राज्य और स्थानीय प्रशासन द्वारा अपेक्षित सहयोग नहीं दिया गया है. पश्चिम बंगाल पहुंची केंद्रीय टीम, ममता बनर्जी नाखुश, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से मांगी जानकारी

वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) के पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस प्रभावित जिलों के दौरे को ‘‘एडवेंचर ट्यूरिज्म’’ करार देते हुए पूछा कि ये दल उन राज्यों में आकलन के लिए क्यों नहीं गए जहां कोविड-19 के मामले और प्रभावित इलाके अधिक हैं.

डिजिटल मंच पर एक संवाददाता सम्मेलन में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और सुदीप बंदोपाध्याय ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को दल के वहां पहुंचने के करीब तीन घंटे बाद इसकी जानकारी दी गई, जो कि अस्वीकार्य है.

ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘ आईएमसीटी दल ‘एंडवेंचर ट्यूरिज्म’ पर है. मुख्यमंत्री को दल के पहुंचने के तीन घंटे बाद इसकी जानकारी दी गई.’’ उन्होंने केन्द्रीय दलों के गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश ना जाने पर भी सवाल उठाए, जहां कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले और प्रभावित इलाके हैं.

मंत्रालय ने कहा था कि केन्द्र सरकार ने इन स्थानों में कोविड-19 संबंधी हालात का वहां जाकर आकलन करने और चारों राज्यों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने के लिए छह अंतर-मंत्रालयी केन्द्रीय दलों (आईएमसीटी) का गठन किया है. एक केन्द्रीय दल सोमवार को कोलकाता और और दूसरा जलपाईगुड़ी पहुंचा.