महाराष्ट्र के पालघर (Palghar) में साधुओं की मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) का मामला तूल पकड़ लिया है. दरअसल पालघर में गुरुवार को तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. जब लोगों की भीड़ साधुओं पर जानलेवा हमला कर रही थी उस वक्त पुलिस के कुछ जवान भी मौजूद थे. भीड़ ने पुलिस के सामने पालघर में हुई जूना अखाड़ा के सन्तों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े की पीट-पीटकर मार डाला. इस घटना के बाद राज्य सरकार की नींद से जागी और कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जिसके बाद 110 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से पूरे मामले पर चर्चा की और उनसे रिपोर्ट मांगी है. वहीं उद्धव ठाकरे ने फोन पर बातचीत के दौरान गृह मंत्री को घटना की जानकारी दी और मामले में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया.
इस मामले में दो पुलिस के जवानों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष संत महंत नरेंद्र गिरि ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में जूना अखाड़ा के दो संतों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या किए जाने की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन खत्म होने की जूना अखाड़ा सूबे की सरकार का घेराव करेगी. वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्धव ठाकरे से कार्रवाई करने की मांग की है.
ANI का ट्वीट:-
We've suspended 2 policemen&appointed ADG CID Crime Atulchandra Kulkarni to investigate the matter. Over 100 persons arrested incl 5 main accused. There is nothing communal in this whole incident. I have spoken to Amit Shah ji this morning: Maharashtra CM on Palghar incident https://t.co/ONKnhXzD0s
— ANI (@ANI) April 20, 2020
ANI का ट्वीट:-
Ministry of Home Affairs seeks report from Maharashtra government over Palghar incident. https://t.co/ieISDMERmg
— ANI (@ANI) April 20, 2020
गौरतलब है कि पालघर जिले के एक गांव में शनिवार को जूना अखाड़े के दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. वहीं, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए ग्रामीणों और 110 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिनमें से 101 आरोपियों को 30 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और नौ नाबालिगों को एक बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है.