उड़ीसा के बालासोर तट से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है. अग्नि प्राइम अग्नि श्रेणी की मिसाइलों में एक नई पीढ़ी का उन्नत संस्करण है. यह एक कनस्तर आधारित मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 1,000 से 2,000 किलोमीटर के बीच है. इस उपलब्धि के लिए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ (Defence Research and Development Organisation) को बधाई दी है.
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने सुबह 11.06 बजे ओडिशा के तट पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से नई पीढ़ी की परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि पी' का सफलतापूर्वक परीक्षण किया.
आज, भारत ने उड़ीसा के बालासोर तट से अग्नि प्राइम मिसाइल का सफल परीक्षण किया: गवर्नमेंट ऑफिसियल्स
अग्नि प्राइम अग्नि श्रेणी की मिसाइलों में एक नई पीढ़ी का उन्नत संस्करण है। यह एक कनस्तर आधारित मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 1,000 से 2,000 किलोमीटर के बीच है।
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#WATCH | Today India successfully testfired the nuclear-capable strategic Agni Prime missile off the coast of Odisha from Balasore.
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— ANI (@ANI) December 18, 2021
मंत्रालय ने कहा, "विभिन्न टेलीमेट्री, रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल स्टेशन और पूर्वी तट पर स्थित डाउन रेंज जहाजों ने मिसाइल ट्रेजेक्टरी और मापदंडों पर नजर रखी और निगरानी की. मिसाइल ने उच्च स्तर की सटीकता के साथ सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए 'टेक्स्टबुक ट्रेजेक्टरी' का पालन किया."
'अग्नि पी' दो चरणों वाली कनस्तरीकृत ठोस प्रणोदक बैलिस्टिक मिसाइल है जिसमें दोहरी नौवहन और मार्गदर्शन प्रणाली है. इस दूसरे उड़ान परीक्षण ने प्रणाली में एकीकृत सभी उन्नत प्रौद्योगिकियों के विश्वसनीय प्रदर्शन को सिद्ध किया है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को सफल उड़ान परीक्षण के लिए बधाई दी और प्रणाली के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अपनी खुशी व्यक्त की. अध्यक्ष डीआरडीओ डॉ जी सतीश रेड्डी ने कई अतिरिक्त सुविधाओं के साथ दूसरी विकास उड़ान परीक्षण करने के लिए टीम के प्रयासों की सराहना की और उसी कैलेंडर वर्ष के भीतर लगातार सफलता के लिए बधाई दी.