नई दिल्ली: दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट (Tis Hazari Court) में शनिवार को पुलिस और वकीलों के बीच शुरू हुआ विवाद गहराता जा रहा है. इस खूनी संघर्ष के विरोध में मंगलवार को हजारों पुलिसकर्मियों ने आईटीओ स्थित पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर प्रदर्शन किया. कोर्ट परिसर में पार्किंग को लेकर शुरू हुए इस विवाद में दोनों ओर से दर्जनभर से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इस मामले की जांच अपराध शाखा के विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी गई है.
पुलिसकर्मियों की मांग है कि वकीलों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए. जबकि आज भी वकील हड़ताल पर हैं और मांग कर रहे है कि तीस हजारी कोर्ट में हमला करने वाले पुलिसकर्मियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. सीएम अरविंद केजरीवाल ने घायल वकीलों से की मुलाकात, कहा-दिल्ली सरकार उठाएगी इलाज का खर्च, घटना दुर्भाग्यपूर्ण
दिल्ली हाई कोर्ट ने रविवार को मामले में सुनवाई करते हुए केंद्र, दिल्ली पुलिस आयुक्त और मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर उनसे इस संबंध में जवाब मांगा. साथ ही कोर्ट ने दिल्ली बार काउंसिल और दिल्ली जिला अदालतों के सभी बार एसोसिएशन को नोटिस जारी किया.
Delhi: Police personnel hold protest outside Police Head Quarters (PHQ), against the clash that broke out between police & lawyers at Tis Hazari Court on 2nd November. pic.twitter.com/FRthXQTk0T
— ANI (@ANI) November 5, 2019
तीस हजारी कोर्ट परिसर में पार्किंग को लेकर मामूली विवाद के बाद शनिवार दोपहर वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. अधिकारियों और चश्मदीदों के अनुसार इस हिंसा में 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए जबकि 17 वाहनों में तोड़फोड़ की गई. पुलिस ने कहा कि घायल 20 पुलिसकर्मियों में दो थाना प्रभारी और एक अतिरिक्त आयुक्त शामिल हैं. पुलिस ने दावा किया कि घटना में आठ वकील घायल हुए हैं.
हालांकि, वकीलों का दावा है कि पुलिस ने जो आंकड़ा बताया है उससे अधिक संख्या में उनके सहकर्मी घायल हुए हैं. उन्होंने दावा किया कि पुलिस की गोली लगने से दो वकील घायल हुए हैं जबकि पुलिस ने गोलीबारी के आरोपों से इनकार किया है और कहा कि उसने हवा में गोली चलाई थी.
(एजेंसी इनपुट के साथ)