Badhavgarh Tiger Reserve: मध्य प्रदेश राज्य के बांधवगढ़ में टाइगर रिज़र्व में 10 हाथियों की मौत के कारण प्रशासन में हडकंप मच गया है. ये सभी हाथियों की मौत 72 घंटे में हुई है. इस घटना को लेकर लोगों में भारी रोष है. हाथियों की मौत के बाद दिल्ली की टीम और एसआईटी गठित की गई. हाथियों के 13 झुंड में से अब तक 10 की मौत हो चुकी है.
ये घटना बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के पनपथा बफर झोन के सलखनिया की है. ऐसी जानकारी सामने आई है की माहुर रोग से बचाव के लिए किसानों ने फसलों पर कीटनाशक छिड़का था और इसी फसल को हाथियों के झुंड ने खाया और जिसके बाद इनकी तबियत बिगड़ने लगी. ये मामला तब सभी को पता चला जब 4 हाथियों की मौत हुई. ये भी पढ़े:MP के बांधवगढ़ में हाथियों की मौत की विस्तृत जांच हो: जयराम रमेश
6 हाथी बेहोशी की हालत में थे. इनमें से भी तीन की मौत हो गई. इनमें से ही 3 हाथियों का इलाज चल रहा था और बुधवार को एक हाथी ने और उसके बाद गुरुवार को दो हाथियों ने दम तोड़ दिया है. अब तक 10 हाथियों की मौत हो चुकी है.
जानकारी के मुताबिक़ 7 हाथियों का पोस्टमार्टम होने के बाद दफनाया गया.मध्य प्रदेश की सरकार के निर्देश पर प्रदेश के मुख्य वन्यजीव अभिरक्षक ने पांच लोगों की एसआईटी टीम गठित की है. इसके साथ ही वाइल्डलीफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली ने भी एसआईटी गठित की है.
नेशनल टाइगर कंजरवेटर अथॉरिटी की टीम भी बांधवगढ़ पहुंच गई है. स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने डॉग़ स्क्वॉड की मदद से खेतों में पहुंचकर जांच की और सात घरों की तलाशी ली. इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ जारी है. इस मामले की जांच जारी है.