बेंगलुरु, कर्नाटक: हावेरी जिले से एक गंभीर और चिंताजनक घटना सामने आई है.हंगल गैंगरेप केस के सात आरोपी जमानत पर छूटने के बाद विजय जुलूस निकालते नजर आए.मोटरसाइकिलों और कारों के काफिले में, जीत के संकेत दिखाते हुए और नारे लगाते हुए इन आरोपियों ने खुलेआम शक्ति प्रदर्शन किया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. ये मामला 16 महीने पुराना यानी जनवरी 2024 का है, जब 7 लोगों ने मिलकर महिला के साथ गैंग रेप किया था. लोग महिला को घसीटकर पास के जंगल में ले गए थे और उसके साथ रेप किया. अब इन 7 लोगों को जमानत मिल गई है.इसके बाद आरोपियों ने विजय जुलूस निकाला है. बाइक,कार,संगीत और जोरदार जश्न के नारे के साथ एक विजयी सार्वजनिक जुलूस निकाला गया.
इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फुट पड़ा है. इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @ManobalaV नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:VIDEO: बेंगलुरु में एयरफोर्स अफसर और उनकी पत्नी से मारपीट, विंग कमांडर आदित्य बोस ने इंस्टाग्राम पर बताई आपबीती; पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग की
रेप के आरोपियों ने बेल मिलने के बाद मनाया जश्न
🚨DISGUSTING: Gang rape accused in Karnataka WELCOMED with roadshow after bail.
Seven accused of a gangrape reported in January 2024 from Haveri, Karnataka, were recently granted bail by a local court.
Mohammad Sadiq Agasimani, Shoib Mulla, Tausip Choti, Samiwulla Lalanavar,… pic.twitter.com/rXx19gzdLs
— Manobala Vijayabalan (@ManobalaV) May 23, 2025
अक्की आलूर में मनाया जश्न
यह जुलूस आरोपियों के गांव अक्की आलूर (हावेरी ज़िला) में निकाला गया.जिन सात आरोपियों ने यह प्रदर्शन किया, उनके नाम हैं.अप्ताब चंदनाकट्टी,मदर साब मंडक्की,सामिवुल्ला लालनावर,
मोहम्मद सादिक अगसीमनी,शोएब मुल्ला,तौसीफ चोट्टी,रियाज सविकेरी.
पहचान न होने के कारण मिली ज़मानत
हावेरी सेशंस कोर्ट ने इन आरोपियों को इसलिए जमानत दी क्योंकि पीड़िता कोर्ट में इनकी पहचान नहीं कर पाई. इससे पहले सभी आरोपी कई महीनों से न्यायिक हिरासत में थे. जनवरी 2024 में हंगल में हुए इस बर्बर गैंगरेप ने राज्यभर में राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल मचा दी थी.
क्या था पूरा मामला?
यह घटना 8 जनवरी 2024 को हुई थी जब एक अंतरधार्मिक प्रेमी जोड़ा हंगल के एक लॉज में ठहरा हुआ था. आरोप है कि एक भीड़ ने लॉज में घुसकर युवक-युवती के साथ मारपीट की, और बाद में युवती को जबरन जंगल में ले जाकर गैंगरेप किया गया.शुरुआत में पुलिस ने मामला 'मोरल पोलिसिंग' के तहत दर्ज किया था, लेकिन तीन दिन बाद जब पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के समक्ष विस्तृत बयान दिया, तो मामला गैंगरेप में बदल दिया गया.
19 गिरफ्तार, 12 पहले ही रिहा
इस केस में कुल 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से 12 पहले ही रिहा हो चुके हैं. शेष सात को अब जमानत मिली है, और इनकी बेल पर रिहाई का ऐसा सार्वजनिक प्रदर्शन राज्य में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.
लोगों ने सोशल मीडिया पर जताया आक्रोश
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो ने आम नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को गंभीर रूप से आहत किया है. लोगों ने सवाल उठाया है कि गंभीर अपराधों के आरोपी खुलेआम जश्न कैसे मना सकते हैं, और प्रशासन ने इसकी अनुमति कैसे दी.
पूर्व मुख्यमंत्री ने की थी आलोचना
पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पहले ही इस मामले में कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली पर सख्त आलोचना की थी. अब यह नया घटनाक्रम सरकार और प्रशासन की नैतिक जिम्मेदारी और संवेदनशीलता पर पुनः प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है.













QuickLY