पटना, 14 जनवरी : बिहार में शनिवार को 96 हजार से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया. यहां के गांधी मैदान में आयोजित इस समारोह में 26 हजार से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा गया. इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की.
तेजस्वी ने कहा, "बिहार का रोजगार मॉडल देश ही नहीं, विदेशों में भी सुर्ख़ियां बटोर रहा है. हम लोगों का नौकरी-रोजगार को लेकर जो कमिटमेंट था उसे हमारी सरकार पूरा कर रही है. हमारी सरकार ने महज 70 दिनों के अंदर शिक्षा विभाग में 2 लाख 15 हजार से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है." यह भी पढ़ें : Bombay High Court: ‘प्यार था, हवस नहीं’- बॉम्बे हाईकोर्ट ने 13 वर्षीय लड़की से बलात्कार के आरोपी को जमानत दी
उन्होंने कहा, "लोग बोलते थे कि नेताओं के वोटों की गिनती के अलावा कोई काम समय पर नहीं होता है, लेकिन हमारी महागठबंधन सरकार ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में यह काम रिकॉर्ड समय सीमा के अंदर करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. चार लाख से अधिक शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का भी ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है.
तेजस्वी ने कहा कि बिहार ने एक मिसाल कायम की है. बिहार ही नहीं, बल्कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोई बहाली परीक्षा सही समय पर ही नहीं हुई, बल्कि उसकी नियुक्ति भी समय पर और उसका वेतन भी समय पर दिया जा रहा है. बिहार में अच्छे से पढ़ोगे तो नौकरी मिलना तय है और अच्छे से खेलोगे तो भी 'मेडल लाओ, नौकरी पाओ' योजना के तहत नौकरी मिलना तय है.
उपमुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व में सरकार ने 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार का वादा किया है. इस दिशा में सभी विभागों में अभियान चलाकर पद सृजित किए जा रहे हैं, वैकेंसी निकाली जा रही हैं.