टिहरी. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तराखंड के टूरिज्म सेक्टर की बहुत तारीफ की. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध टिहरी झील में कश्मीर की डल झील को पीछे छोड़ने की क्षमता है. टिहरी झील में साहसिक पर्यटन की असीम संभावनाओं के मद्देनजर इसके यह राज्य में रोजगार सृजन का एक बड़ा स्रोत बन सकती है. उन्होंने कहा कि राज्य में वायु और सौर उर्जा का केंद्र बनने की भी अच्छी संभावना है. योगी ने जनता से अपनी जड़ों की ओर लौटने की अपील करते हुए कहा कि मां और मातृभूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता.
उत्तराखंड राज्य के 20 वें स्थापना दिवस समारोह के तहत प्रदेश सरकार द्वारा पहाड़ों से पलायन रोकने के लिये विकास की रूपरेखा पर चर्चा करने हेतु आयोजित 'रैबार' कार्यक्रम के दूसरे संस्करण में योगी ने कहा, ‘‘हमें अपने जड़ों से जुड़ना चाहिए क्योंकि मां और मातृभूमि का कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता.'’ यह भी पढ़े-उत्तराखंड: टिहरी झील में बना 2.5 करोड़ का चलता-फिरता रेस्तरां 'मरीना' पानी में डूबा
योगी आदित्यनाथ ने जमकर की उत्तराखंड के टूरिज्म सेक्टर तारीफ, देखें वीडियो
राज्य से बाहर जाकर बस गये उत्तराखंडियों से अपने घरों की ओर लौटने का आह्वान करने वाले 'आवा आपणु घौर' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों को अपने गांवों में जाकर बसने की भी सलाह दी. मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के निवासी योगी ने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हाईस्कूल की पढ़ाई टिहरी से की थी.
योगी ने पिछले 19 सालों से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच संपत्ति और देनदारियों के लंबित पड़े बंटवारे के मसलों के समाधान पर भी बात की. राष्ट्र निर्माण में उत्तराखंड के योगदान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस हिमालयी राज्य से निकलने वाली गंगा और यमुना पूरे उत्तर भारत की सिंचाई करती हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)