RIL AGM 2020: रिलायंस जियों में गूगल करेगी 33,737 करोड़ रुपये का निवेश, मुकेश अंबानी ने किया JIO 5G का ऐलान
रिलायंस इंडस्ट्रीज की वार्षिक आम बैठक (Photo Credits: YouTube)

नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बुधवार को चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने बड़ी घोषणाएं की. इसके तहत आरआईएल (RIL) ने गूगल के साथ एक करार किया है. देश के सबसे अमीर व्यक्ति ने बताया कि रणनीतिक निवेशक के तौर पर गूगल रिलायंस जियो में 7.7 प्रतिशत हिस्से के लिए निवेश करेगा. आने वाले समय में रिलायंस जियो में दिग्गज टेक कंपनी गूगल 33,737 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली है.

आरआईएल के शेयरहोल्डर्स की मौजूदगी में आगे की रणनीति की जानकारी देते हुए मुकेश अंबानी ने बताया कि उनकी कंपनी भारत में वर्ल्ड क्लास 5जी (5G) नेटवर्क लांच करेगी. 43वीं एजीएम में उन्होंने कहा कि जियो की यह 5जी सेवा प्रधानमंत्री मोदी के विजन को समर्पित होगी और आत्‍मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम बढ़ाएगी. रिलायंस का बाजार पूंजीकरण 35,000 करोड़ रुपये से अधिक बढकर 12 लाख करोड़ रुपये के पार

एजीएम को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने बताया कि रिलायंस जियो और गूगल एक साथ मिलकर एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म के लिए स्‍मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम बना रहे है. साथ ही रिलायंस जियो भारत को 2जी मुक्‍त बनाने की दिशा में भी आगे बढ़ रही है. हालांकि आरआईएल के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी ने इन दोनों महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में कितना समय लगेगा, इसकी जानकारी नहीं दी है.

उल्लेखनीय है कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज एजीएम पहली बार ऑनलाइन होने जा रही है. 63 वर्षीय अंबानी ने पिछले साल 12 अगस्त को हुई पिछली वार्षिक आम बैठक में रिलायंस के प्रौद्योगिकी कारोबार तथा तेल से रसायन कारोबार में हिस्सेदारी बिक्री के जरिये मार्च 2021 तक पूरी तरह कर्जमुक्त कंपनी बनने की योजना की घोषणा की थी.

तेल से लेकर दूरसंचार तक कई कारोबार करने वाला यह समूह पिछले महीने ही शुद्ध रूप से ऋणमुक्त हो चुका है. कंपनी ने अपनी डिजिटल इकाई जियो प्लेफॉर्म्स में 25.24 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 1.18 लाख करोड़ रुपये की व्यवस्था कर ली है. वहीं रिलायंस के मौजूदा शेयरधारकों को राइट इश्यू जारी कर 53,124 करोड़ रुपये भी जुटाने का भी इंतजाम किया है. इसके अलावा ईंधन की खुदरा बिक्री कारोबार में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 7,000 करोड़ रुपये जुटाये हैं. कुल मिलाकर कंपनी ने 1.75 लाख करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने में कामयाबी हासिल की है.