Citizenship Amendment Act: मोदी सरकार ने सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. सीएए के लागू होने से अब बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए गैर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता मिल जाएगी. हालांकि, नागरिकता सिर्फ उन्हें ही मिलेगी जो 31 दिसंबर 2014 से पहले पड़ोसी देशों से प्रताड़ित होकर भारत आए थे. इनमें हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के लोग शामिल हैं.
बीजेपी सरकार के इस फैसले को लेकर सभी दलों के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. आइए जानते हैं कि CAA को लेकर किस दल के नेता ने क्या कहा है?
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सीएए कानून को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल साइट X पर लिखा- यह नियम पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को हमारे देश में नागरिकता प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगे. इस अधिसूचना के साथ PM मोदी ने एक और प्रतिबद्धता पूरी की है.
The Modi government today notified the Citizenship (Amendment) Rules, 2024.
These rules will now enable minorities persecuted on religious grounds in Pakistan, Bangladesh and Afghanistan to acquire citizenship in our nation.
With this notification PM Shri @narendramodi Ji has…
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) March 11, 2024
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि दिसंबर 2019 में संसद द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम के नियमों को अधिसूचित करने में मोदी सरकार को 4 साल और तीन महीने लग गए. सीएए के नियमों को अधिसूचित करने में लिया गया इतना समय प्रधानमंत्री के सफेद झूठ की एक और झलक है. यह हेडलाइन मैनेजमेंट है. यह सामाजिक ध्रुवीकरण की रणनीति है.
#WATCH CAA अधिसूचना पर कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, "इस नियम को लाने में उन्हें 4 साल और 3 महीने लग गए। विधेयक दिसंबर 2019 में पारित किया गया था। 3-6 महीने के अंदर कानून बन जाना चाहिए था। मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से नौ एक्सटेंशन मांगे और कल रात नियमों को… pic.twitter.com/qDFKPz6xLK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 12, 2024
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी सोशल साइट X पर लिखा- आप क्रोनोलॉजी समझिए, पहले चुनाव का मौसम आएगा फिर CAA के नियम आएंगे. सीएए पर हमारी आपत्तियां जस की तस हैं. सीएए विभाजनकारी है और गोडसे की सोच पर आधारित है, जो मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहता था. सताए गए किसी भी व्यक्ति को शरण दें, लेकिन नागरिकता धर्म या राष्ट्रीयता पर आधारित नहीं होनी चाहिए.
Aap chronology samajhiye, pehle election season aayega phir CAA rules aayenge. Our objections to CAA remain the same. CAA is divisive & based on Godse’s thought that wanted to reduce Muslims to second-class citizens.
Give asylum to anyone who is persecuted but citizenship must…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) March 11, 2024
देशभर में सीएए लागू होने पर शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने कहा कि यह बीजेपी का आखिरी खेल है. जब तक चुनाव है तब तक वे CAA-CAA खेलेंगे, खेलने दो.
#WATCH मुंबई: केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (CAA) की अधिसूचना जारी करने पर शिवसेना(UBT) सांसद संजय राउत ने कहा, "...ये उनका(भाजपा) आखिरी खेल चल रहा है। चलने दो, लागू होने दो... वे लोग ये खेल करते रहते हैं... जब तक चुनाव है तब तक वे CAA-CAA खेलेंगे, खेलने दो।" pic.twitter.com/CJMRmVLnoP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 11, 2024
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा- यह अधिनियम 6 महीने पहले ही लागू किया जाना चाहिए था. इसे जानबूझकर रमजान के पहले दिन लागू किया गया.
#WATCH | On Centre likely to notify CAA rules today, West Bengal CM Mamata Banerjee says, "Let me see the rules first. The notification has not been issued yet. If people are deprived of their rights under the rules, then we will fight against it. This is BJP's publicity for… pic.twitter.com/9vfyKmJhtF
— ANI (@ANI) March 11, 2024
बसपा चीफ मायावती ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले सीएए लागू करके केंद्र सरकार ने चुनावी लाभ लेने की कोशिश की है. इस अधिनियम से जुड़ी तमाम आशंकाओं को दूर करने के बाद इसे लागू किया जाना चाहिए था.
केन्द्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून को, अब ठीक चुनाव से पहले लागू करने के बजाय, इसको लेकर लोगों में जो संदेह, असमंजस व आशंकाएं हैं उन्हें पूरी तरह से दूर करने के बाद ही इसेे लागू किया जाना ही बेहतर होता।
— Mayawati (@Mayawati) March 11, 2024
वहीं, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने सीएए कानून का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि भारत का हर मुसलमान इसका स्वागत करे. मुसलमान न घबराएं , ये नागरिकता नहीं छीनता बल्कि देता है.