
Waqf Amendment Bill: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें बिहार के प्रमुख नेता भी शामिल हुए. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी AIMPLB के इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. AIMPLB के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने क दौरान लू यादव आक्रामक मूड में नजर आये.
इस बिल के खिलाफ सबको खड़ा होना पड़ेगा: तेजस्वी यादव
इस मौके पर पर तेजस्वी यादव ने कहा, इस बिल के खिलाफ सबको खड़ा होना पड़ेगा. कुछ दल सत्ता के लालच में इस बिल का समर्थन कर रहे हैं. आरजेडी हमेशा मुस्लिम समाज के साथ इस लड़ाई में खड़ी है. ये बिल देश को तोड़ने की साजिश है. . यह भी पढ़े: Waqf Amendment Bill: वक्फ बिल के लिए JPC का हुआ गठन, ओवैसी और इमरान मसूद समेत 31 सांसद शामिल- VIDEO
AIMPLB के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए लालू यादव
#WATCH | पटना: RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(AIMPLB) के वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। pic.twitter.com/GysGZPWvIt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 26, 2025
इससे पहले जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन हो चूका है
वक्फ बिल को लेकर मुस्लिम संगठन इससे पहले दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर चुके हैं और अब उन्होंने पटना कूच किया है. पटना में मुस्लिम संगठनों का प्रदर्शन इसलिए अहम है, क्योंकि बिहार में चुनाव होने वाला है. इसे महाधरना कहा जा रहा है.
AIMPLB के विरोध का ओवैसी ने किया समर्थन
वहीं, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन बिल-2024 के खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रदर्शन का समर्थन किया. मीडिया से बातचीत में उन्होंने इसे असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि यह बिल मुस्लिमों की धार्मिक आजादी पर हमला है. ओवैसी ने आरोप लगाया कि यह बिल वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों को सदस्य बनाकर इसके प्रशासन में हस्तक्षेप करता है, जो संविधान के अनुच्छेद 14, 26 और 225 का उल्लंघन है
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब अन्य धर्मों के बोर्डों में केवल उसी धर्म के लोग सदस्य बन सकते हैं, तो वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों को क्यों सदस्य बनाया जा रहा है? ओवैसी ने कहा, "यह बिल वक्फ की सुरक्षा या अतिक्रमण हटाने के लिए नहीं, बल्कि मुस्लिमों को उनकी धार्मिक प्रथाओं से दूर करने के लिए लाया गया है.