नई दिल्ली: संसद सदस्यता रद्द होने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बीजेपी के माफी मांगने के मांग पर कहा, "मेरा नाम सावरकर नहीं है. मैं गांधी हूं , गांधी कभी माफी नहीं मांगते" कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने संसद में कई बार बोला है कि मुझे बोलने दीजिये लेकिन मझे बोलने नहीं दिया गया. बीजेपी वालों ने मुझे भारत विरोधी बताया. मेरा सदस्य के तौर पर सफाई देने का अधिकार है, मगर स्पीकर ने मुझे बोलने नहीं दिया. राहुल गांधी की सदस्यता जाते ही वायरल हुआ बीजेपी नेता खुशबू सुंदर का पुराना ट्वीट.
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने दो बार चिट्ठी लिखी तीसरी बार मैं खुद स्पीकर सर से मिलने गया और मैंने कहा कि मुझे बोलने का मौका दीजिये. मैंने उनसे कहा कि आप लोकतंत्र के रक्षक हैं मुझे बोलने दीजिये लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि मैं ऐसा नहीं कर सकता... मैंने उनसे कहा कि आप नहीं कर सकते तो कौन कर कर सकता है?
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#WATCH मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता: कांग्रेस नेता राहुल गांधी pic.twitter.com/2IdoDVmbsC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 25, 2023
राहुल गांधी ने कहा, 'वे भले ही वे मुझे स्थायी रूप से अयोग्य घोषित कर दें, मैं अपना काम करता रहूंगा. मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं संसद के अंदर हूं या नहीं. मैं देश के लिए लड़ता रहूंगा.' उन्होंने कहा, 'मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा. अडानी का नरेंद्र मोदी जी से क्या रिश्ता है? यह मैं पूछता रहूंगा. मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं. मैं लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा. मैं किसी से नहीं डरता.'
राहुल गांधी ने कहा कि अडानी पर मेरे भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है, इसलिए पहले मुद्दे से ध्यान भटकाया गया. उसके बाद मुझे अयोग्य घोषित कर दिया गया. उन्होंने कहा- देश में ओबीसी का मामला नहीं है. ये अडानी और मोदीजी के रिश्ते का मामला है. भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिए गए मेरे बयानों को अगर आप देखेंगे तो मैंने कभी भी ऐसी बात नहीं कही है. मैंने हर वर्ग को एकजुट होने के लिए बात कही.