रामपुर: रामपुर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रत्याशी जयाप्रदा (Jaya Prada) पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) द्वारा की गई टिप्पणी पर बवाल गहराता जा रहा है. एक तरफ उनकी टिप्पणी का संज्ञान लेकर महिला आयोग ने आजम को नोटिस भेजा है. वहीं, दूसरी तरफ उनके खिलाफ रामपुर के शाहबाद थाने में केस दर्ज कराया गया है. उनकी टिप्पणी से परेशान होकर जयाप्रदा ने कहा कि अगर यह आदमी चुनाव जीता तो लोकतंत्र का क्या होगा? महिलाओं को समाज में क्या स्थान मिलेगा और उनकी रक्षा कैसे होगी? उन्होंने भावुक होते हुए कहा, "क्या मैं मर जाऊं तभी तसल्ली मिलेगी?"
उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए कोई नई बात नहीं है. आजम ने हद पार कर दी है. मेरा चरित्र हनन किया जा रहा है. हमारी रक्षा कौन करेगा." जयाप्रदा ने कहा, "उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. समाज में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं होगी. हम कहां जाएंगे? आप सोचते हैं कि मैं डर जाऊंगी और रामपुर छोड़ दूंगी? लेकिन मैं नहीं छोड़ूंगी. आजम खान को हराकर छोड़ूंगी. आजम खान आदत से मजबूर हैं. वह सुधर नहीं सकते."
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आजम खान की टिप्पणी पर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि वह हमेशा महिलाओं के बारे में गंदी बात करते हैं, इस चुनाव में यह दूसरी टिप्पणी है, जो उन्होंने की, राष्ट्रीय महिला आयोग उन्हें नोटिस भेज रहा है.
अमर्यादित टिप्पणी पर आजम खान के खिलाफ रामपुर के शाहबाद थाने में केस दर्ज किया गया. क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट ने उनके खिलाफ थाने में तहरीर दी और मुकदमा दर्ज कराया. आईपीसी की धारा 509 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 125 के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
हालांकि, इस पूरे मामले में आजम खान ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने पूरे मामले में मीडिया को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि बयान में किसी का नाम नहीं लिया गया, अगर वह दोषी साबित होंगे तो चुनाव नहीं लड़ेंगे. गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने एक चुनावी जनसभा में जया प्रदा का बिना नाम लिए आपत्तिजनक बयान दिया था.