Bhawanipur Bypoll 2021: नंदीग्राम के बाद भवानीपुर सीट से ममता बनर्जी को पटखनी देने की BJP की तैयारी, चुनाव मैदान में उतारने के लिए कई नामों पर विचार
सीएम ममता बनर्जी व बीजेपी (Photo Credits PTI)

Bhawanipur Bypoll 2021: पश्चिम बंगाल के भवानीपुर, समसेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीट पर 30 सितंबर को उपचुनाव होने जा रहे हैं. राज्य के इन तीनों सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर पश्चिम बंगाल में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. क्योकि इन तीनों सीटों में नंदीग्राम से चुनाव हारने के बाद सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) अपनी पुश्तैनी सीट भवानीपुर से चुनाव लड़ने जा रही है. त्रिमूल कांग्रेस (TMC) की तरफ से रविवार को इसकी घोषणा हुई. वहीं इस सीट से बीजेपी ममता बनर्जी को पटखनी देने के लिए रणनीत बनानी शुरू कर दी है. खबर है कि बीजेपी एक दो नहीं बल्कि इस सीट से करीब 6 नामों पर विचार कर रही है. जिनमें किसी एक मजबूत प्रत्याशी को चुनाव में उतारने वाली है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भवानीपुर से करीब 6 नामों पर विचार चल रहा है. जिसमें टीएमसी से बीजेपी में शामिल बीजेपी नेता दिनेश त्रिवेदी, रुद्रनील घोष, मेघालय और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल और बंगाल में पार्टी के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय समेत तीन और नाम हैं जिन नामों पर बीजेपी की तरफ से ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारने के लिए नामों पर विचार चल रहा है. इन प्रमुख नामों में दिनेश त्रिवेदी का सबसे ऊपर चल रहा है. यह भी  पढ़े: West Bengal: टीएमसी का ऐलान, सीएम ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट से लड़ेंगी उपचुनाव

बता दें कि चुनाव आयोग ने बीते हफ्ते शनिवार को बनर्जी के गढ़ भवानीपुर सहित तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव की तारीख की घोषणा की. बाकी दो मुर्शिदाबाद जिले के समसेरगंज और जंगीपुर हैं. इन तीनों सीटों पर 30 सितंबर को मतदान होगा और 3 अक्टूबर को मतगणना होगी.

पश्चिम बंगाल में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव से पहले उम्मीदवारों की मौत के कारण समसेरगंज और जंगीपुर में उपचुनाव रोक दिया गया था. दूसरी ओर, भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव जरूरी हो गया क्योंकि मौजूदा विधायक सोवोंदेब चट्टोपाध्याय ने बनर्जी के लिए जगह बनाने के लिए अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया था.

ममता बनर्जी हाल ही में संपन्न चुनावों में नंदीग्राम में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी से हार गईं थी और अभी भी वह विधायी निकाय की निर्वाचित सदस्य नहीं हैं. (इनपुट एजेंसी के साथ)