UP MLC Election: यूपी विधान परिषद की 13 सीटें इसी 6 जुलाई को खाली हो रही हैं. वहीं, इन सीटों के लिए 9 जून नामांकन की अंतिम तारीख है, तो 20 जून को मतदान होगा. विधान परिषद चुनाव के लिए हर पार्टी ने बीजेपी ने कमर कस ली है. उत्तर प्रदेश की सियासत में मुस्लिम वोट बेहद मायने रखता है. इस बात को समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव बखूबी जानते हैं और इसीलिए इन दिनों मुस्लिम वोटों को लेकर वह अलर्ट हो गए हैं. विधान परिषद चुनाव के लिए सपा प्रत्याशियों की ओर से स्वामी प्रसाद मौर्या, सोबरन सिंह यादव के पुत्र मुकुल यादव, जासमीर अंसारी और शाहनवाज खान शामिल है. भाजपा ने उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार विधान परिषद चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की
सपा के सोबरन सिंह यादव करहल सीट से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने अखिलेश यादव के लिए अपनी सीट भी छोड़ दी थी. अब उनके बेटे मुकुल यादव ने आज नामांकन कर दिया है. वहीं एक सीट आज़म खान के कोटे की मानी जा रही है. इस सीट से आजम खान के नज़दीकी और सरफराज खान के बेटे शाहनवाज़ खान को विधान परिषद भेजा जा रहा है. वहीं विधानसभा के पहले कांग्रेस का साथ छोड़ कर जासमीर अंसारी सपा में शामिल हुए थे.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया राजभर अपने बेटे के लिए विधान परिषद का टिकट चाहते थे, लेकिन सपा प्रमुख ने उनको टिकट नहीं दिया है, जिसकी वजह सेवह नाराज हो गए हैं. इस बीच अरविंद राजभर ने सपा पर गठबंधन में खुद की अनदेखी करने का आरोप लगाया है.
9 सीटों पर बीजेपी की जीत तय
यूपी में 13 MLC सीटों में से 9 पर बीजेपी का जीतना तय माना जा रहा है. वहीं, सपा को चार सीट मिलने का अनुमान है, जिसमें भूपेंद्र चौधरी, जेपी एस राठौर, केशव प्रसाद मौर्य, नरेंद्र कश्यप, दानिश आजाद और जसवंत सैनी का नाम शमिल है.