West Bengal Swearing-in Row: पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और राज्यपाल सीवी आनंद बोस के बीच टकराव बढ़ गया है. दरअसल, राज्य की बारानगर और भगवानगोला विधानसभा सीट पर हाल ही में हुए उपचुनाव में नवनिर्वाचित विधायक सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार ने राजभवन जाकर शपथ लेने से इनकार कर दिया है. इस संबंध में उन्होंने राज्यपाल को चिट्ठी भी लिखी है. टीएमसी के दोनों विधानसभा में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किए जाने की मांग पर अड़े हैं. अपनी इस मांग को लेकर वह पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर के अंदर डा. अंबेडकर की प्रतिमा के सामने धरना-प्रदर्शन भी किया है.
सायंतिका बनर्जी का कहना है कि उन्हें निर्वाचित हुए 2 सप्ताह से अधिक समय हो चुका है. उनके पास अपने निर्वाचन क्षेत्र में काम करने के लिए केवल डेढ़ साल बचा है. शपथ ग्रहण में देरी उनके काम में बाधा डाल रही है. इसलिए उन्होंने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष शपथ दिलाने की अनुमति मांगी है.
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TMC विधायकों के शपथ ग्रहण पर गतिरोध दूसरे दिन भी जारी
Sayantika Banerjee and Reyath Husain Sarkar third day beside Ambedkar statue outside Assembly. They are demanding Governor to come and help them to take oath . @AITCofficial #Rajbhawan pic.twitter.com/0ompbOxZCT
— Kamalika Sengupta (@KamalikaSengupt) June 28, 2024
इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपने दोनों नवनिर्वाचित विधायकों सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार के शपथ ग्रहण ग्रहण में देरी को लेकर राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस पर तीखा हमला किया है. उन्होंने राज्यपाल का नाम लिए बिना कहा कि राजभवन में कैसा शरारती शख्स बैठा है, जिससे लड़कियां वहां जाने से डरती हैं. दोनों विधायकों को जनता ने चुना है. राज्यपाल को उन्हें शपथ लेने से रोकने का क्या अधिकार है? लगभग एक महीने से इस मुद्दे पर अनिश्चितता बनी हुई है. उन्होंने सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार की मांग को दोहराते हुए कहा कि राज्यपाल शपथ दिलाने के लिए विधानसभा आएं या फिर ऐसा करने के लिए अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को नियुक्त करें.