भोपाल: कर्नाटक (Karnataka) में कांग्रेस (Congress) और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) की कुमारस्वामी सरकार का मंगलवार को सूपड़ा साफ़ हो गया. कुमारस्वामी की सरकार 14 महीने में ही गिर गई, इसके लिए कांग्रेस और जेडीएस दोनों दल एक सुर में बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे है. इस बीच मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में भी सियासी पारा चढ़ गया है. दरअसल कर्नाटक में गठबंधन की सरकार गिरते ही बीजेपी के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया. उन्होंने सूबे की कांग्रेस सरकार के अगले पांच साल तक टिके रहने को लेकर आशंका जताई है.
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौहान ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार गिरती है तो इसके लिए बीजेपी जिम्मेदार नहीं होगी. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार में काफी आंतरिक मतभेद हैं और ऐसे में सरकार के गिरने का पूरा दोष कांग्रेस के उपर ही जाएगा और वो खुद जिम्मेदार होगी.
Shivraj Singh Chouhan, BJP: We'll not cause the fall of govt here (Madhya Pradesh). Congress leaders themselves have been responsible for fall of their govts. There is an internal conflict in Congress, & support of BSP-SP, if something happens to that then we can't do anything. pic.twitter.com/1w25KOw2RK
— ANI (@ANI) July 23, 2019
उधर, कांग्रेस ने भी शिवराज के इस बयान पर बिना समय गंवाए पलटवार किया. कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बीजेपी को हमारी सरकार में परेशानियां पैदा करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. लेकिन यह कमलनाथ सरकार है, कुमारस्वामी नहीं और इस सरकार में बीजेपी को हॉर्स ट्रेडिंग करने के लिए सात जन्म लेने पड़ेंगे.
Madhya Pradesh Minister & Congress leader Jitu Patwari: BJP has done everything to cause problems to us but this is Kamal Nath's government not Kumaraswamy's, they will have to take seven births to do horse trading in this government. pic.twitter.com/GvXV414kKJ
— ANI (@ANI) July 23, 2019
गौरतलब हो कि राज्य में कमलनाथ की सरकार अल्पमत वाली है, क्योंकि राज्य विधानसभा के 230 सदस्यों में से कांग्रेस के 114 सदस्य हैं जबकि बीजेपी के 109 है. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के दो, समाजवादी पार्टी के एक और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से यह सरकार चल रही है. हालांकि बहुमत के लिए 116 विधायकों का समर्थन होना जरुरी है.
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बताया जाता है कि मौजूदा सरकार को बाहर से समर्थन देने वाले सभी विधायक मंत्री बनना चाहते हैं. इसमें बीएसपी विधायक रामबाई भी मंत्री बनने को आतुर हैं. लिहाजा, वह सरकार पर तो हमला बोलती रहती हैं, मगर मुख्यमंत्री कमलनाथ की तारीफ भी करती हैं. इसी को मुद्दा बनाकर बीजेपी अक्सर राज्य सरकार पर जुबानी हमला करती है.