नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वे पिछले कुछ हफ्तों से बीमार चल रहे थे और ICU में भर्ती थे. केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के फेफड़ों और किडनी में परेशानी की शिकायत के बाद उन्हें दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. राम विलास पासवान को पहले से ही हार्ट की बीमारी भी थी. डॉक्टरों ने बताया था कि केंद्रीय मंत्री को कई तरह की समस्याएं थी. पासवान का हार्ट सही तरीके से काम नहीं कर रहा था.
इससे पहले रामविलास पासवान ने 2017 में लंदन से हार्ट सर्जरी भी करवाई थी. एक उपकरण फिट करके एक लीकेज हार्ट वाल्व को ठीक किया गया था. इससे पहले उन्होंने एंजियोप्लास्टी, माइट्रल वाल्व क्लिप भी करवाया. यह भी पढ़ें-Ram Vilas Paswan Health Update: रामविलास पासवान की हार्ट सर्जरी, पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह ने चिराग को फोन कर जाना उनके स्वास्थ्य का हाल
राम विलास पासवान के निधन की बेटे चिराग ने दी जानकारी-
पापा....अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।
Miss you Papa... pic.twitter.com/Qc9wF6Jl6Z
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 8, 2020
रामविलास पासवान केंद्र की मोदी सरकार में उपभोक्ता मामलों और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री थे. वो बिहार की प्रमुख लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. रामविलास पासवान छह प्रधानमंत्रियों के मंत्रिमंडल में काम कर चुके हैं. यह एक रिकॉर्ड है. साल 1996 से 2015 तक केंद्र में सरकार बनाने वाले सभी राष्ट्रीय गठबंधन (यूपीए या एनडीए) का हिस्सा बने. वे सोलहवीं लोकसभा में बिहार के हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे.
हाल ही में उनके बेटे चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने एक पत्र में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के स्वास्थ्य का जिक्र किया था. पत्र में लिखा गया था कि रामविलास पासवान आईसीयू में भर्ती हैं और बीमारी से लड़ रहे हैं. चिराग पासवान ने बेहद मार्मिक तरीके रूप में लिखे पत्र में कहा कि आज जब उन्हें मेरी जरूरत है तो मुझे उनके साथ रहना चाहिए नहीं तो मैं अपने आपको माफ नहीं कर पाऊंगा.