देश में सातवें और आखिरी चरण के लिए मतदान रविवार यानि 20 मई को संपन्न हुआ. वहीं मतदान के अब वोटों की गिनती शुरू हो गई है. अगर देश के पूर्वोत्तर भारत (North East) की बात करें तो असम (Assam) को छोड़कर यहां कुल 11 लोकसभा सीट हैं. शुरुवाती रुझानों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच काटें की टक्कर चल रही है.
ज्ञात हो कि पूर्वोत्तर राज्यों में अरुणाचल प्रदेश में 2, मणिपुर में 2, मेघालय में 2, मिजोरम में 1, नागालैंड में 1, सिक्किम में 1 और त्रिपुरा में 2 सीट है. लोकसभा चुनाव में पूर्वोत्तर राज्यों में सभी प्रदेशों में दो चरणों में मतदान कराए गए थे. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) का फोकस शुरू से ही पूर्वोत्तर राज्यों पर रहा है.
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वर्षों ने नजरअंदाज किया गया नॉर्थ ईस्ट-
पूर्वोत्तर के राज्य वर्षों से नजरअंदाज किए जाते रहे हैं क्योंकि वहा से लोक सभा में पहुंचने वाले बहुत कम सांसद है. यहां तक की इन राज्यों के महज एक दो लोग ही लोकसभा तक पहुंचे. पीएम मोदी ने सेवन सिस्टर स्टेट को पहचाना और 2014 में इस राज्य ने 11 सीटें भाजपा को दीं.
बता दें कि पूर्वोत्तर राज्यों का बड़ा भाग आदिवासी है. यहां मिजोरम में 94 फीसदी आदिवासी है वहीं नागालैंड और मेघालय में में 86-87 फीसदी जनसंख्या आदिवासियों की है जबकि त्रिपुरा सिक्किम में भी तीसरी बड़ी जनसंख्या इनकी ही है. जबकि क्रिश्चियन मेघालय, नागालैंड और मिजोरम में और बुद्धिस्म सिक्किम में बहुसंख्यक है.