उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने 2 साल पूरे कर चुकी है. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने 19 मार्च 2017 को सूबे की सत्ता की कमान संभाली. सत्ता की कुर्सी संभालने के साथ ही योगी सरकार ने एक के बाद एक कई बड़े फैसले लिए. राज्य सरकार के 2 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री आज मीडिया से रूबरू हुए. सीएम योगी ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस जरिए सरकार के 2 साल कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई. अपने दो वर्ष के कार्यकाल पूरा करने के लिए योगी ने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का आभार व्यक्त किया. इसके अलावा उन्होंने प्रदेश की 23 करोड़ जनता का भी आभार जताया.
अपराधियों पर नकेल कसने के साथ-साथ योगी सरकार ने कानून व्यवस्था को दुरुस्त बनाने के लिए कई फैसले लिए. यूपी पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करते हुए एनकाउटंर अभियान चलाया. हालांकि इसे लेकर सवाल भी खड़े हुए, लेकिन सरकार ने इससे कोई समझौता नहीं किया. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराधियों के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति है. यह भी पढ़ें- प्रियंका गांधी की 'बोट यात्रा' पर बीजेपी का तंज, कहा- कांग्रेस के लिए चुनाव पिकनिक की तरह, सिर्फ उसी समय आते हैं
दो साल में बदली यूपी की तस्वीर
सीएम योगी बोले- आज मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि पिछले 24 महीने में हमने यूपी की बदहाल तस्वीर को बदलने का काम किया है और भ्रष्टाचार की जद में जकड़ चुके प्रदेश को उससे उभारने का काम हमने किया है. सीएम योगी नें कहा यूपी में कानून व्यवस्था बेहतर होने से 5 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आए हैं. इससे ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होंगे. पहली बार यूपी दिवस के आयोजन की शुरुआत हुई.
सुधरे यूपी के हालात
उन्होंने कहा कैराना में जो लोग पलायन करने को मजबूर थे, हमारी सरकार आने के बाद वो लोग भी वहां लौटकर आये है. पिछले 2 साल में हमारी सरकार के दौरान कोई भी दंगा नहीं हुआ है. फिरौती के लिए अपहरण जैसी कोई वारदात नहीं हुई है. सीएम योगी बोले- एसपी-बीएसपी को भी यूपी में अलग-अलग समय पर शासन करने का मौका मिला लेकिन उनके कार्यकाल में भी यूपी विकास में पिछड़ गया. राज्य में अराजकता का माहौल पैदा हो गया था, अपराधियों का राज कायम होने से कानून व्यवस्था के बदतर हालात थे और किसान आत्महत्या करने पर मजबूर थे. ऐसे चुनौतीपूर्ण हालात में 19 मार्च 2017 को हमें प्रदेश की सेवा का मौका मिला.
सीएम योगी ने बदले शहरों के नाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने दो साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में कई शहरों के नाम बदलने का फैसला किया. मुगलसराय स्टेशन और शहर का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय रखा गया. इसके अलावा फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या किया गया. इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया गया.
अवैध बूचड़खानों पर कसी लगाम
योगी आदित्यनाथ ने सत्ता के सिंहासन पर विराजमान होते ही सबसे पहले अवैध बूचड़खानों पर लगाम कसा. योगी के शपथ लेने के दूसरे दिन से ही अवैध बूचड़खाने बंद करने की कार्रवाई होने लगी. वाराणसी से लेकर लखीमपुर खीरी, गाजियाबाद और मेरठ जैसे तमाम शहरों में अवैध बूचड़खानों पर प्रशासन का डंडा था और बड़ी तादाद में अवैध बूचड़खाने बंद कर दिए गए.
एंटी रोमियो स्क्वाड
योगी सरकार ने एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन कर मनचलों के खिलाफ बड़ा कदम उठाया. इसके बाद यूपी पुलिस ने कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं से छेड़खानी करने वाले मनचलों की धरपकड़ तेज कर दी थी.
सीएम योगी के दो साल के कार्यकाल पर नजर डाले तो उन्होंने राज्य को अपराध मुक्त करने के लिए कई बड़े निर्णय लिए. उनके ये फैसले विवाद का कारण भी बने. विपक्ष से उन्हें खूब खरी-खरी भी सुनने को मिली. यूपी पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई के लिए सीधे-सीधे सीएम योगी को निशाने पर लिया गया. सीएम पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने यूपी पुलिस को खुली छूट दे रखी है. हालांकि इस विषय पर मिथक तोड़ने के लिए उन्होंने खुद में नोएडा देकर सच्चाई को सामने रखा. सीएम योगी ने अयोध्या जाकर दीपोत्सव का रिकार्ड बनाया तो आगरा जाकर ताजमहल की स्वच्छता के लिए भी पहल की. सीएम योगी ने दिव्य कुंभ को भी सफल बनाया.