नई दिल्ली, 18 अक्टूबर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने महाराष्ट्र सरकार को एक ऐसा फॉर्मूला बताया है, जो सूखे और बाढ़ दोनों की समस्या से निजात दिला सकता है. यह फॉर्मूला है स्टेट वाटर ग्रिड निर्माण का. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को लिखे पत्र में कहा है कि, "वाटर ग्रिड के निर्माण से बाढ़ के संकट से न केवल राज्य को निजात दिलाई जा सकती है, बल्कि सूखे की समस्या और किसानों की आत्महत्या की घटनाओं को भी रोका जा सकता है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनके कैबिनेट सहयोगियों और एनसीपी नेता और सांसद शरद पवार को पत्र लिखकर राज्य में स्टेट वाटर ग्रिड के निर्माण के लिए डीपीआर बनाने का सुझाव दिया है.
कहा है कि इससे सरकार को सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता बढ़ाने और बाढ़ संकट के प्रबंधन में मदद मिलेगी. नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का ध्यान, हर साल महाराष्ट्र में बाढ़ से भारी जानमाल के नुकसान की तरफ दिलाया है. उन्होंने कहा है कि बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए तत्काल प्रभाव से ठोस कदम उठाने की जरूरत है. राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ एक गंभीर मुद्दा है. केंद्रीय मंत्री ने महाराष्ट्र सरकार को राष्ट्रीय पावर ग्रिड और राजमार्ग ग्रिड की तर्ज पर राज्य जल ग्रिड के गठन की महत्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने का सुझाव दिया है.
राज्य के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में एक नदी बेसिन से दूसरे नदी बेसिन में बाढ़ के पानी को मोड़ने से पानी की कमी वाले इलाकों को राहत मिल सकती है. नितिन गडकरी ने कहा है कि बाढ़ के पानी से सिंचाई की सुविधा बढ़ने से किसानों की आत्महत्याएं रोकने में मदद मिलेगी. फसलों का उत्पादन भी बढ़ेगा, जिससे गांव की और देश की अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी.