अगर आप सट्टा मटका, सट्टा किंग या लॉटरी के शौक़ीन हैं और इनसे पैसा बना रहे हैं, तो यह आपके लिए बड़ी चेतावनी हो सकती है. सट्टा मटका, सट्टा किंग, लॉटरी जैसे खेलों से कमाए गए पैसे पर आयकर विभाग की नजर रहती है, क्योंकि यह सब अवैध तरीके से कमाई जाती है. इन पैसों पर आपको टैक्स भी भरना पड़ता है, और टैक्स चुकाए बिना आप फंस सकते हैं.
क्या है टैक्स का नियम?
आयकर विभाग के अनुसार, सट्टा मटका, लॉटरी, गेम शो जैसे प्रतियोगिताओं में जीती गई रकम पर टैक्स लगता है. चाहे वो सबसे बड़ा टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) हो या फिर कोई छोटा गेम शो, हर जीत पर टैक्स देना जरूरी है. यहां तक कि अगर आप ऑनलाइन गेमिंग या सट्टा खेलते हैं, तो भी आपकी जीती हुई राशि पर टैक्स लगेगा. सरकार इन खेलों से होने वाली कमाई पर टैक्स वसूल करती है, और यदि आप टैक्स नहीं भरते हैं, तो आपको कानूनी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
10 हजार रुपये से अधिक की राशि पर क्या होता है?
यदि आप किसी प्रतियोगिता या लॉटरी में 10,000 रुपये से अधिक जीतते हैं, तो उस पर आयकर कानून की धारा 194B के तहत टैक्स काटा जाता है. यह टैक्स 30 प्रतिशत होता है और इसके अलावा 4 प्रतिशत का सरचार्ज भी लगाया जाता है. यानी, अगर आपने 50,000 रुपये जीते हैं, तो 30 प्रतिशत टैक्स और 4 प्रतिशत सरचार्ज काटकर बाकी की रकम आपको मिलती है. यह कटौती रिफंडेबल नहीं होती, यानी आपको यह रकम वापस नहीं मिलेगी.
आखिर क्यों है यह जरूरी?
सरकार का कहना है कि यह टैक्स नियम लोगों को अवैध तरीके से कमाई करने से रोकने के लिए बनाए गए हैं. सट्टा और जुआ खेलना कानूनन गलत है, और इससे होने वाली कमाई पर टैक्स का भुगतान करना भी जरूरी है. यह नियम सिर्फ देश की अर्थव्यवस्था को सही दिशा में बनाए रखने के लिए नहीं, बल्कि हर नागरिक को उचित तरीके से टैक्स चुकाने के लिए भी लागू हैं.
अगर आप सट्टा मटका या लॉटरी के माध्यम से पैसे कमा रहे हैं, तो आपको अपनी कमाई पर टैक्स चुकाने से बचना नहीं चाहिए. आयकर विभाग इस पर कड़ी नजर रखता है और यदि आप टैक्स से बचने की कोशिश करेंगे, तो आपको कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है. बेहतर यही है कि आप ऐसे अवैध खेलों से बचें और सही तरीके से अपनी कमाई पर टैक्स भरें.