भारत-चीन तनाव पर बोले राहुल गांधी, सरकार की चुप्पी से अटकलें तेज, बताएं क्या चल रहा है
राहुल गांधी और पीएम नरेंद्र मोदी (Photo Credits: ANI/Twitter)

चीन (China) सालों से भारत (India) के खिलाफ धूर्तता करता आया है. चीन ने एक बार फिर से ऐसी ही चाल चली है. जिसके बाद देश के बाहर और अंदर सियासी गहमागहमी तेज हो गई है. इसी कड़ी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने चीन (China) के साथ सीमा पर तनाव को लेकर मोदी सरकार की चुप्पी को लेकर सवाल उठाए हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा है, भारत-चीन बोर्डर पर सरकार की चुप्पी के चलते संकट के इस समय में अटकलबाजी को बल मिल रहा है. जिसके कारण अनिश्चितता बनी हुई है. भारत सरकार को आखिरकार बताना चाहिए, क्या हो रहा है. कुछ दिनों पहले भी कांग्रेस नेता ने कहा था कि भारत-चीन सीमा पर मौजूदा गतिरोध को लेकर पारदर्शिता की जरूरत है.

पूर्वी लद्दाख में पैंगोग त्सो, गलवान घाटी, देमचौक और दौलत बेग ओल्डी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच तीन सप्ताह से जारी तनावपूर्ण गतिरोध के बीच श्रीवास्तव ने वार्ता के जरिए मुद्दे का समाधान करने के लिए प्रयास जारी होने की यह बात कही है.वहीं भारतीय सेना ने संबंधित क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए सैनिकों, वाहनों और तोपों सहित सैन्य कुमुक भेजी हैं जहां चीनी सैनिक आक्रामक तेवर दिखा रहे हैं. वहीं चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने एक प्रकार से मेल-मिलाप की में कहा था कि भारत और चीन ने कभी भी मतभेदों की छाया अपने समूचे द्विपक्षीय संबंधों पर नहीं पड़ने दी है और वे इस आधारभूत सिद्धांत को मानते हैं कि दोनों देश एक-दूसरे के लिए खतरा नहीं हैं. यह भी पढ़ें:- भारत-चीन विवाद पर डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान, कहा- पीएम मोदी अच्छे मूड में नहीं.

राहुल गांधी का ट्वीट:- 

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब करीब 250 चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच पांच मई को झड़प हो गई और इसके बाद स्थानीय कमांडरों के बीच बैठक के बाद दोनों पक्षों में कुछ सहमति बन सकी. इस घटना में भारतीय और चीनी पक्ष के 100 सैनिक घायल हो गए थे. इस घटना पर चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. नौ मई को उत्तरी सिक्किम में भी ऐसी ही घटना सामने आई थी. (भाषा इनपुट)