भारत-चीन विवाद पर डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान, कहा- पीएम मोदी अच्छे मूड में नहीं
डोनाल्ड ट्रंप (Photo Credits: AFP)

वाशिंगटन: भारत-चीन सीमा विवाद (India-China Border Tension) पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, 'भारत और चीन के बीच बड़ा विवाद चल रहा है, 1.4 बिलियन लोगों और बेहद ताकतवर मिलिट्री के बीच ये विवाद है. भारत खुश नहीं है और ये भी संभव है कि चीन भी खुश ना हो. मैंने पीएम मोदी (PM Narendra Modi) से बात की थी, चीन के साथ जो भी चल रहा है, उस पर उनका मूड अच्छा नहीं है.' ट्रंप ने मध्यस्थता के अपने ऑफर को दोहराते हुए कहा है, दोनों देशों के बीच तनातनी के बाद इस बड़े विवाद पर उन्होंने पीएम मोदी से चर्चा की है. ट्रंप ने वाइट हाउस स्थित ओवल ऑफिस में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही.

ट्रंप से उनके ट्वीट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने मध्यस्थता के ऑफर को दोहराते हुए कहा, 'अगर मुझसे मदद मांगी जाती है तो मैं यह (मध्यस्थता) करूंगा.' बता दें कि इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट करते हुए कहा था, 'हमने भारत और चीन को बताया है कि अमेरिका दोनों के बीच उबलते सीमा विवाद में मध्यस्थता करने या फैसला करने के लिए तैयार है, इच्छुक है और योग्य भी है.'

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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार (28 मई) को कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है. व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में रिपोर्टरों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन के बीच 'बड़ा संघर्ष' चल रहा है. उन्होंने कहा, "मैं प्रधानमंत्री को काफी पसंद करता हूं. वे एक शानदार इंसान हैं." यह भी पढ़ें- India-China Border Tension: चीन से तनाव पर रविशंकर प्रसाद बोले-नरेंद्र मोदी के भारत को कोई आंख नहीं दिखा सकता. 

पूर्वी लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच गतिरोध जारी रहने के बीच भारत ने गुरुवार को कहा कि सीमा पर तनाव कम करने के लिये चीनी पक्ष के साथ बातचीत चल रही है. भारत की इस सधी हुई प्रतिक्रिया को एक तरह से इस मुद्दे पर एवं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता की पेशकश को एक तरह से अस्वीकार करने के रूप में देखा जा रहा है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय सैनिक मुद्दे को सुलझाने के लिए चीन के साथ हुए द्विपक्षीय समझौतों के तहत निर्धारित प्रक्रियाओं का कठोरता से पालन कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारे सैनिकों ने सीमा प्रबंधन के प्रति बहुत जिम्मेदार रुख अपनाया है. भारत, चीन ने बातचीत के माध्यम से सीमा मुद्दों को हल करने के लिए सैन्य और राजनयिक स्तरों पर तंत्र स्थापित किए हैं.

(इनपुट भाषा से भी)