Madhya Pradesh Lockdown: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने राज्य में जनता कर्फ्यू (Janta Curfew) 15 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया है. 'किल कोरोना-2 अभियान' के संबोधन में उन्होंने कहा कि मैं आग्रह करता हूं 15 मई तक हम सबकुछ बंद करें. कड़ाई से जनता कर्फ्यू लगाया जाए. अनंत काल तक हम बंद नहीं रख सकते. लेकिन 18 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट (Positivity Rate) में हम खोल भी नहीं सकते. उन्होंने कहा कि शादी-विवाह के कारण संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ जाता है. ऐसी परिस्थितियां हमें विवाह जैसे आयोजन की इजाजत नहीं देते हैं. मैं अपने सभी जनप्रतिनिधियों साथियों से आग्रह करता हूं कि मई में शादियां न हो, इसके लिए लोगों को प्रेरित करें. यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश: कोरोना संकट के बीच सीएम शिवराज सिंह चौहान का बड़ा फैसला, रेहड़ी पटरीवालों के खाते में राहत के तौर पर डाले जाएंगे एक-एक हजार रूपए.
इससे पहले उन्होंने कहा कि प्रदेश में जनता कर्फ्यू लगाया गया. सभी के सहयोग से अब हम सक्रिय मामलों (Active Cases) में बड़े राज्यों में सबसे पीछे हैं. हमारा पॉजिटिविटी रेट लगातार गिरता जा रहा है. यह 25 फीसदी से घटकर 18.5 फीसदी तक पहुंच गया है. उन्होंने बताया कि बढ़ते हुए मामलों की संख्या अब थम गई है. 12,000 के आसपास मामले प्रतिदिन आ रहे हैं जबकि टेस्टिंग हम लगातार बढ़ा रहे हैं. रिकवरी रेट 85.13 फीसदी हो गई है.
ANI का ट्वीट-
Weddings are super spreader events. I urge all public representatives to motivate people that weddings do not take place in May: Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan
— ANI (@ANI) May 6, 2021
उन्होंने कहा कि कोरोना का प्रारंभिक लक्षण आने पर ही इलाज कर जाए, तो व्यक्ति आसानी से स्वस्थ हो सकता है. यह घातक तब होता है, जब संक्रमण फेफड़ों तक फैल जाता है. इसलिए जरा भी सर्दी, जुकाम, बुखार हो तो तत्काल जांच और इलाज कराएं. उन्होंने कहा कि शहरों में ही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षणों को छिपाते हैं. किल कोरोना-2 अभियान की टीम घर-घर जाकर सर्वे करे और साथ में उस गांव की टीम को भी साथ ले जायें, ताकि लोग सहयोग करें.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह मानवता पर संकट है, इसमें हम सबको एकजुट होकर प्रयास करना होगा. राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर अभी कार्य करने की जरूरत है. मतभेदों पर बाद में चर्चा कर लेंगे, अभी जीवन बचाना जरूरी है.