मध्य प्रदेश का सियासी उलटफेर: बीजेपी ने विधायकों को गुरुग्राम किया शिफ्ट, कांग्रेस अपने MLAs को भेज सकती है जयपुर
मध्य प्रदेश का सियासी उलटफेर (Photo Credits-ANI)

मध्य प्रदेश का राजनीतिक घटनाक्रम मंगलवार को तेजी से बदला है. ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और अब वो बीजेपी का दामन थामेंगे. सिंधिया के इस्तीफे के बाद 22 कांग्रेस विधायकों ने भी पार्टी को अलविदा कहा दिया है. कमलनाथ सरकार पर खतरा गहरा गया है वहीं बीजेपी सरकार बनाने के लिए कदम आगे बढ़ाती दिख रही है. बीजेपी पूरी प्लानिंग और तैयारी के साथ हर कदम उठा रही है. इसी क्रम में बीजेपी ने अपने विधायकों को मध्य प्रदेश से बाहर भेजा है. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान अपने सभी विधायकों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए. बीजेपी ने किसी भी तरह के उलटफेर से बचने के लिए यह कदम उठाया.

मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायकों को हरियाणा के गुरुग्राम में आईटीसी ग्रैंड भारत में ठहरा गया है. बीजेपी दो बसों में अपने विधायकों को लेकर मंगलवार रात रवाना हुई. इस बीच खबर यह भी है कि कांग्रेस भी अपने विधायकों को मही प्रदेश से बाहर भेजने की तैयारी में हैं. कांग्रेस अपने विधयाकों को बुधवार को राजस्थान के जयपुर शिफ्ट कर सकती है. विधायकों की शिफ्टिंग से जाहिर है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों को विधायकों के टूटने का डर है. यह भी पढ़ें- राजस्थान: सीएम अशोक गहलोत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर बोला हमला, लगाया लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप.

कांग्रेस के जिन 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया है वे सभी बेंगलुरु के रिसॉर्ट में ठहरे हैं. वहीं बीजेपी ने पूरी प्लानिंग के साथ अपने विधायकों को भी शिफ्ट कर दिया है. एमपी में सियासी संकट को लेकर राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और राजभवन पहुंचने के बाद कोई फैसला लेंगे. इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि सिंधिया 12 मार्च को अपने समर्थकों और कांग्रेस के कई विधायकों के साथ बीजेपी का दामन थाम सकते हैं.

मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं और इसमें से दो सीट खाली है. ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत अब तक 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दिया है. ऐसे में अगर विधायकों का इस्तीफा स्वीकार हो जाता है तो विधानसभा की कुल संख्या 206 हो जाती है. बहुमत का आंकड़ा 104 होगा. कांग्रेस के 22 नेताओं के इस्तीफे के बाद इस समय उसके विधायकों की संख्या 92 हो गई है. बीजेपी के पास 107 विधायक हैं. अन्य दलों के सात विधायक हैं. बीजेपी इस समय मजबूत स्थिति में है ऐसे में कमलनाथ को विधानसभा सत्र शुरू होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ सकता है.