विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने दक्षिण भारत में भाजपा के प्रदर्शन को लेकर आशावादी रुख दिखाया है. उनसे जब पूछा गया कि इस बार दक्षिण भारत के राज्यों में भाजपा का प्रदर्शन कैसा रहेगा, तो उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि आप दक्षिण भारत में जो देख रहे हैं, वह वास्तव में ऊर्जा और उत्साह का एक नया स्तर है. मैं इसे तेलंगाना में देख सकता था, जहां मैं था, लेकिन अन्य दक्षिणी राज्यों में भी. इसलिए मुझे लगता है कि इस बार एक वास्तविक संभावना है, एक गंभीर संभावना है कि भाजपा वास्तव में सभी दक्षिणी राज्यों में कई और सीटें जीतेगी."
दक्षिण भारत में भाजपा का बढ़ता प्रभाव
विदेश मंत्री के इस बयान से साफ है कि भाजपा दक्षिण भारत में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए गंभीर है. हाल के वर्षों में, भाजपा ने कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.
#WATCH | When asked how BJP will perform in Southern states this time, EAM Dr S Jaishankar says, "I think what you are seeing in South India is really a very new level of energy and enthusiasm. I could see that in Telangana, where I was, but in other southern states as well. So I… pic.twitter.com/QLsXyJvP1Y
— ANI (@ANI) April 25, 2024
दक्षिण भारत में भाजपा के सामने चुनौतियां
हालांकि, दक्षिण भारत में भाजपा के सामने कई चुनौतियां भी हैं. क्षेत्रीय दलों का दबदबा, भाषा और संस्कृति का अंतर, और हिंदुत्व की विचारधारा को लेकर विरोध कुछ ऐसी चुनौतियां हैं जिनका सामना भाजपा को करना पड़ रहा है.
चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन
यह देखना दिलचस्प होगा कि आने चुनाव में भाजपा दक्षिण भारत में कैसा प्रदर्शन करती है. अगर भाजपा दक्षिण भारत में अपनी पैठ बनाने में कामयाब हो जाती है, तो यह भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव होगा.