नई दिल्ली, 23 अगस्त. भारत में एक तरफ कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreaks in India) महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तो दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाए जाने का मामला फिर चर्चा में बना हुआ है. सूबे की सभी राजनीतिक दलों ने आर्टिकल 370 की बहाली के मद्देनजर एक साथ आने की घोषणा की है. राज्य की पॉलिटिकल पार्टियों ने इसे लेकर शनिवार को घोषणा पत्र जारी किया है. वहीं इस पुरे मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम (Congress leader P Chidambaram) की प्रतिक्रिया सामने आई है. चिदंबरम ने छह दलों को सलाम किया है जो केंद्र की मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ एकजुट हुए हैं.
पी चिदंबरम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुख्यधारा की छह विपक्षी दलों की एकता और साहस को सलाम, जो कल धारा 370 के खिलाफ लड़ने के लिए एक साथ आए थे. उन्होंने कहा कि मैं उनसे अपनी मांग के साथ पूरी तरह से खड़े होने की अपील करता हूं. स्वयंभू राष्ट्रवादियों की तथ्य हीन आलोचना की उपेक्षा करें जो इतिहास को नहीं पढ़ते हैं लेकिन इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश करते हैं. यह भी पढ़ें-Article 370: जम्मू-कश्मीर में पाबंदी पर सुप्रीम कोर्ट का सरकार को निर्देश- सभी पाबंदियों की एक सप्ताह में करो समीक्षा
पी चिदंबरम का ट्वीट-
Salute the unity and courage of six mainstream Opposition parties who came together yesterday to fight the repeal of Article 370
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 23, 2020
पी चिदंबरम ने आगे कहा कि भारत के संविधान में राज्यों के लिए विशेष प्रावधान और शक्ति के असममित वितरण के कई उदाहरण हैं. अगर सरकार विशेष प्रावधानों के खिलाफ है तो फिर नागा मुद्दों को कैसे सुलझाएगी?
गौर हो कि आर्टिकल 370 की बहाली के लिए इन दलों ने जो घोषणा पत्र बनाया है उसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पूर्व सीएम और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, अन्य दलों के जीए मीर, एमवाई तारीगामी, सज्जाद गनी लोन, जेकेएएनसी के मुजफ्फर शाह के नामों का समावेश है.