Himachal Pradesh Elections 2022: हिमाचल प्रदेश में चुनाव प्रचार थम चुका है. यहां 12 नवंबर यानि शनिवार को नई सरकार चुनने के लिए 68 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा और 8 दिसंबर को नतीजे घोषित होंगे. पहले राज्य में कांग्रेस बनाम बीजेपी की सीधी टक्कर मानी जा रही थी, लेकिन अब राज्य में मामला आप बनाम कांग्रेस बनाम बीजेपी हो गया. इस त्रिकोणीय मुकाबले के लिए तीनों ही दलों ने जमकर प्रचार-प्रसार किया. Mainpuri By-Election: मैनपुरी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव लड़ेंगी उपचुनाव, पत्नी को सपा की सुरक्षित सीट से चुनावी राजनीति में वापस लाना चाहते हैं अखिलेश यादव
सत्ता बदलने का ट्रेंड
प्रदेश में पिछले साढ़े तीन दशकों से हर 5 साल में सत्ता बदलने का ट्रेंड चला आ रहा है. हालांकि, यह ट्रेंड पूरे हिमाचल का नहीं है बल्कि 23 सीटें है, जिनका हर चुनाव में 'मिजाज' बदल जाता है. बीजेपी सत्ता परिवर्तन के सिलसिले को तोड़ने की कवायद में है तो वहीं कांग्रेस इस ट्रेंड को बरकरार रखना चाहती है. बात करें आम आदमी पार्टी की तो पंजाब चुनाव जितने के बाद आप नेताओं का जोश हाई है.
सरकारें बनती और बिगड़ती रही हैं
हिमाचल प्रदेश में 2003 से लेकर 2017 तक हुए 4 विधानसभा चुनाव के वोटिंग पैटर्न को देखें तो राज्य में चार से आठ फीसदी के वोटों के अंतर से सरकारें बनती और बिगड़ती रही हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012 के नतीजे
2012 के विधानसभा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 42.81 फीसदी वोटों के साथ 36 सीटें जीती तो बीजेपी को 38.47 फीसदी वोटों के साथ 26 सीटें मिली थी.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 परिणाम
पिछली बार हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर, 2017 को एक चरण में मतदान हुआ था और इस चुनाव में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल करते हुए कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया था. 2017 के चुनाव में बीजेपी को कुल 68 में से 44 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि, कांग्रेस महज 21 सीटें जीत सकी थी. हालांकि, इस चुनाव में बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल अपनी सीट नहीं बचा सके थे.
सात फीसदी वोटों का अंतर
2017 के विधानसभा चुनाव नतीजे को देखें तो बीजेपी 48.79 फीसदी वोटों के साथ 44 सीटें जीती जबकि कांग्रेस ने 41.68 फीसदी वोटों के साथ 21 सीटे जीतने में कामयाब रही. इस तरह सात फीसदी वोटों के अंतर के चलते बीजेपी को कांग्रेस से 23 सीटें ज्यादा मिली थी.
हिमाचल की लगभग हर सीट पर पांच साल में विधायक बदल जाते हैं, जिनमें ज्यादातर एससी और एसटी समुदाव वाली सुरक्षित सीटें है. लाहौल, स्पीति, भरमौर, बैजनाथ जैसी सीटें शामिल हैं.