आलोक वर्मा (Alok Verma) को गुरुवार को सीबीआई निदेशक के पद से हटाने के मामले में सियासी हलचल तेज हो गई है. कांग्रेस लगातार इस मुद्दे पर पीएम मोदी को निशाना बना रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हों या पार्टी के अन्य नेता एक के बाद एक सभी पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाकार उन्हें दोषी ठहरा रहें हैं. आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम पर जोरदार हमला बोला. राहुल ने कहा " मोदी जी के दिमाग में डर घूम रहा है. वे सो नहीं सकते. उन्होंने भारतीय वायुसेना से 30,000 करोड़ चुराए और अनिल अंबानी को दिए. सीबीआई चीफ अलोक वर्मा को लगातार दो बार बर्खास्त करने से उनके झूठ का साफ पता चलता है.
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा था 'आलोक वर्मा को हटाने के इस कदम से फिर साबित हो गया है कि मोदी राफेल मामले की जांच से डरे हुए हैं. पार्टी ने आधिकारिक ट्वीट में कहा, ‘अपना पक्ष रखने का मौका दिए बिना आलोक वर्मा को हटाकर प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर दिखाया है कि वह राफेल मामले की किसी भी तरह की जांच से डरे हुए हैं, चाहे वह सीबीआई निदेशक द्वारा जांच हो या जेपीसी की जांच हो.’ यह भी पढ़ें- पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने पीएम मोदी को बताया तानाशाह, कहा- हिटलर की तरह करते हैं बर्ताव
Fear is now rampaging through Mr Modi’s mind. He can’t sleep. He stole 30,000Cr from the IAF and gave it to Anil Ambani. Sacking the CBI Chief #AlokVerma twice in a row, clearly shows that he is now a prisoner of his own lies.
Satyamev Jayate.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 10, 2019
By removing #AlokVerma from his position without giving him the chance to present his case, PM Modi has shown once again that he's too afraid of an investigation, either by an independent CBI director or by Parliament via JPC.
— Congress (@INCIndia) January 10, 2019
आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने पर राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'कुछ गलत हो रहा है जिसकी जांच करने की जरूरत है, कांग्रेस पार्टी पहले ही इस पर आपत्ति जता चुकी है. यह मामला संदिग्ध है.'
Sachin Pilot, Rajasthan Deputy Chief Minister on #AlokVerma transferred: There is something murky going on which needs to be investigated, the Congress party has already objected to it. Something very suspicious about all this pic.twitter.com/lEjEoJFs5a
— ANI (@ANI) January 10, 2019
कांग्रेस नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटाए जाने के मुद्दे पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि यह जल्दबाजी में लिया गया फैसला है और इस हताशा को दिखाता है कि वह राफेल घोटाले पर की जाने वाली जांच से बाहर हो गए हैं.
Priyanka Chaturvedi,Congress on #AlokVerma: Hurried decision shows desperation level to ensure he gets out of the way as he was going to probe Rafale scam. In his dissent note,he(Kharge) has mentioned the loopholes in the manner in which constitutional norms were bypassed by Govt pic.twitter.com/RdTqDeZgBO
— ANI (@ANI) January 10, 2019
प्रियंका ने कहा, 'अपने असंतुष्ट नोट में खड़गे ने इन तरीकों में खामियों का उल्लेख किया है कि कैसे संवैधानिक मानदंडों को सरकार द्वारा बाईपास किया गया था.'
बीजेपी का खड़गे पर तीखा तंज
सिलेक्शन कमिटी में शामिल कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पलटवार किया है. गोयल ने ट्वीट कर कहा, 'वास्तव में, मिस्टर मल्लिकार्जुन खड़गे की कंसिस्टेंसी गजब की है. जब आलोक वर्मा को सिलेक्शन कमिटी द्वारा सीबीआई चीफ नियुक्त किया गया था, उन्होंने विरोध किया था. अब उसी सिलेक्शन कमिटी द्वारा आलोक वर्मा को हटाया गया है तब भी उन्होंने विरोध किया है.'
Indeed, Mr. Mallikarjun Kharge is a man of amazing consistency.
When Shri Alok Verma was appointed CBI chief by the selection committee, he dissented.
Now, when Shri Alok Verma has been removed by the same Selection Committee, he has dissented.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) January 10, 2019
बता दें कि गुरुवार को उच्चाधिकार प्राप्त चयन समिति की मैराथन बैठक के बाद वर्मा को सीबीआई चीफ के पद से हटा दिया गया. अधिकारियों ने बताया कि 1979 बैच के एजीएमयूटी कैडर के आईपीएस अधिकारी वर्मा को भ्रष्टाचार और कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के आरोप में पद से हटाया गया. यह उच्चस्तरीय सिलेक्शन कमिटी की बैठक सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को फिर से बहाल करने के एक दिन बाद हुई. इस उच्चस्तरीय समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जस्टिस एके सीकरी व लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल थे. यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई बैठक में लिया गया.
गौरतलब है कि आलोक वर्मा को रिटायर होने के महज 21 दिन पहले सीबीआई के निदेशक के पद से हटाया है. उनको इतनी अवधि के लिए फायर सर्विसेज एंड होम गार्ड का डायरेक्टर बनाया गया है यानी वो इस नए पद पर सिर्फ 21 दिन ही रहेंगे. 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी आलोक वर्मा फायर सर्विसेज एंड होम गार्ड के पद से 31 जनवरी 2019 को रिटायर हो जाएंगे.