देश की सबसे पुरानी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) का आज शुक्रवार 28 दिसंबर को स्थापना दिवस है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भारत की सबसे पुरानी और पहली राजनीतिक पार्टी हैं. कांग्रेस भारतीय स्वंत्रता आंदोलन में अग्रणी थी. इसकी स्थापना 28 दिसम्बर 1885 को मुंबई (Mumabai) के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में हुई थी. 68 व्यक्तियों द्वारा हुई इस पार्टी की स्थापना में, ए ओ ह्यूम (एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी), दादा भाई नौरोजी और दिनशा वाचा ने अहम भूमिका निभाई. भारत की आजादी तक, कांग्रेस सबसे बड़ी और प्रमुख भारतीय जन संस्था मानी जाती थी, जिसका स्वंत्रता आंदोलन में केंद्रीय और निर्णायक प्रभाव था.
जिस समय कांग्रेस पार्टी बनी उस दौरान देश में ब्रिटिश हुकूमत थी. शुरुआत में कांग्रेस को कुलीन वर्ग की संस्था माना जाता था. शुरू में जो सदस्य इससे मुख्य रूप से जुड़े, वह बॉम्बे और मद्रास प्रेसीडेंसी से लिए गए थे. बाल गंगाधर तिलक ने सबसे पहले कांग्रेस में स्वराज का लक्ष्य निर्धारित किया था. हालांकि 1907 में कांग्रेस दो दलों में विभाजित हो गई थी. इन दो दलों को गरम और नरम दल कहा जाता था. गरम दल का नेतृत्व मुख्य रूप से बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय और बिपिन चंद्र पाल करते थे वहीं नरम दल के नेताओं में गोपाल कृष्ण गोखले, फिरोजशाह मेहता और दादा भाई नौरोजी का नाम शामिल था.
देश की सबसे पुरानी पार्टी का इतिहास
कांग्रेस के अधिवेशन के समय इसके अध्यक्ष तब के बैरिस्टर व्योमेश चंद्र बनर्जी थे. पार्टी का दूसरा सेशन ठीक एक साल बाद 27 दिसंबर 1886 को कोलकाता में दादाभाई नैरोजी की अध्यक्षता में हुआ था. आजादी के बाद कांग्रेस के पहले अध्यक्ष आचार्य कृपलानी बने थे. आजाद भारत के पहले आम चुनाव में कांग्रेस ने जवाहर लाल नेहरू के दम पर चुनाव लड़ा और जबरदस्त जीत हासिल की थी.
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कांग्रेस पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी इसके 60वें अध्यक्ष हैं. आजादी के बाद वह कांग्रेस पार्टी के 19वें अध्यक्ष हैं. उनसे पहले 59 लोग कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद संभाल चुके हैं. राहुल, गांधी परिवार की पांचवीं पीढ़ी के पाचवें ऐसे शख्स हैं जो जिन्होंने यह पद संभाला है. राहुल से पहले उनके जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी ने करीब पांच-पांच साल और सोनिया गांधी ने 19 साल तक कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभाला है.
कांग्रेस के कुछ रोचक तथ्य
- महात्मा गांधी, मोतीलाल नेहरू, मदन मोहन मालवीय, सुभाष चंद्र बोस जैसे महान क्रांतिकारियों से लेकर अब 59 लोग पार्टी के अध्यक्ष पद की कमान संभाल चुके हैं.
- राहुल गांधी पार्टी के 60वें अध्यक्ष हैं और आजादी के बाद पार्टी के 19वें अध्यक्ष हैं.
- आजादी के बाद पार्टी के 18 अन्य अध्यक्षों में से 14 गांधी या नेहरू परिवार से नहीं थे.
- 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर पनपे पहले विवाद के बाद इस्तीफा दे दिया था.
- आजादी के बाद सोनिया गांधी पार्टी अध्यक्ष पद पर सबसे लंबे समय तक 19 वर्ष रही हैं. उनकी सास
- इंदिरा गांधी अलग-अलग कार्यकाल में सात वर्ष तक पार्टी अध्यक्ष रही हैं.
- लाल बहादुर शास्त्री और मनमोहन सिंह कांग्रेस के दो ऐसे नेता रहे हैं, जो प्रधानमंत्री तो बने लेकिन पार्टी अध्यक्ष नहीं रहे हैं.