नई दिल्ली: देश में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) को लेकर विरोध जारी है. असम हो या फिर पश्चिम बंगाल हर जगह इस बिल का विरोध हो रहा है. लोग सड़कों पर उतर कर आगजनी कर रहे हैं. वहीं रविवार को देखा गया कि दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा इस बिल के विरोध करने को लेकर पुलिस ने यूनिवर्सिटी में घुसकर उनके ऊपर लाठी बरसाई. पुलिस के इस लाठी चार्ज में कई छात्र घायल भी हुए. देश में मचे इस बवाल को लेकर कांग्रेस की तरफ से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने मोदी सरकार (Modi Govt) हमला बोलते हुए देश में हिंसा फैलाने की बात कहीं है.
प्रेस विज्ञप्ति में मौजूदा सरकार के बारे में कहा गया है कि सरकार का काम है शांति व सौहार्द बनाना, कानून का शासन चलाना व संविधान की रक्षा करना. लेकिन बीजेपी सरकार देशवासियों पर हमला बोल दिया है . वहीं आगे लिखा गया है कि मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है. सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है. यह भी पढ़े: जामिया छात्रों के समर्थन में उतरीं प्रियंका गांधी का इंडिया गेट पर धरना, कहा- हम संविधान के लिए सरकार से लड़ेंगे
मोदी सरकार स्वयं हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत की अंधी खाई में धकेल दिया है तथा युवाओं के भविष्य को आग की भट्टी में झुलसा दिया है : कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी#BJPBurningBharat pic.twitter.com/wqxijyEtQs
— Congress (@INCIndia) December 16, 2019
सोनिया गांधी की तरफ से इस प्रेस विज्ञप्ति में नागरिकता कानून के विरोध के चलते जल रहे देश को लेकर मोदी सरकार के बारे में कहा गया है कि सरकार की मंशा साफ है कि देश में अस्थिरता फैलाओं, हिंसा करवाओं, देश के युवाओं के अधिकारों को छीनों, लोगों के बीच धर्म के नाम पर नफरत फैलाओं और राजनीत करों. देश में यदि यह सब कुछ हो रहा है तो इससे सूत्रधार कोई और नहीं बल्कि पीएम मोदी और अमित शाह है.
बता दें कि मोदी सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन बिल को पास करने के बाद पूरे देश में विरोध हो रहा है. विरोधी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अमित शाह इस बिल को लाकर देश को बांटने काम किया हैं. इसलिए सरकार इस बिल को वापस लें. किसी भी कीमत पर यह बिल लोगों को मंजूर नहीं हैं.