नई दिल्ली: देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा आम बजट अगले महीनें की पहली तारीख को पेस करेंगी. इस बजट से हर वर्ग के लोगों को काफी उम्मीद है. वहीं इस बजट से पहले देश की सभी विपक्षी पार्टियों की एक दल 30 जनवरी को बैठक करेगी. निर्मला सीतारमण के लिए इस बार यह परंपरा निभा पाना इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि उनके सामने देश के कमजोर आर्थिक ढांचे को सशक्त बनाने की चुनौती तो होगी ही साथ ही वित्त मंत्रालय के दो प्रमुख स्तंभ सरीखे ‘एक्सपेंडिचर सचिव’ और ‘संयुक्त सचिव’ की अनुपस्थिति में संतुलित बजट का मसौदा तैयार करना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा.
वहीं बीते कुछ महीनों से देश में महंगाई अपने चरम पर है. आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर 2019 में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.35 फीसदी हो गई है, जबकि नवंबर में खुदरा महंगाई दर 5.54 फीसदी थी. जुलाई 2016 के बाद दिसंबर 2019 पहला महीना है जब महंगाई दर रिजर्व बैंक की सुविधाजनक सीमा को पार कर गया है. इस वजह से सब्जियों से लेकर रोजमर्रा की चीजें तक महंगी हो गई हैं और महिलाओं के लिए घर के बजट को काबू में रख पाना मुश्किल होता जा रहा है.
A meeting of opposition Parties to be held on January 30 ahead of the Budget Session of the Parliament.
— ANI (@ANI) January 25, 2020
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ज्ञात हो कि 1 फरवरी को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना दूसरा बजट पेश करने जा रही हैं. इससे पहले उन्होंने 5 जुलाई 2019 को बजट पेश किया था. वही लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी करने बाद मोदी सरकार का यह दूसरा बजट है.