नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) में इस्तीफों की बाढ़ सी आ गई है. ताजा जानकारी के मुताबिक आम चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए तीन और प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रमुखों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. संसदीय चुनावों के परिणाम आने के बाद से कांग्रेस की राज्य इकाई के छह प्रमुखों ने पद छोड़ दिया है.
लोकसभा चुनाव में पराजय की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस पार्टी के झारखंड, असम और पंजाब के अध्यक्षों ने इस्तीफा दे दिया है. इसके पहले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के अध्यक्षों ने इस्तीफा दिया था. इसके अलावा कर्नाटक प्रदेश की प्रचार समिति के अध्यक्ष एचके पाटील ने भी इस्तीफा दे दिया है.
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने गुरुदासपुर सीट पर अभिनेता सन्नी देओल के हाथों हारने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है. कांग्रेस ने वैसे पंजाब की 13 में से आठ सीटें जीत कर अच्छा प्रदर्शन किया है.
कांग्रेस की झारखंड इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार ने भी इस्तीफा दे दिया है. पार्टी राज्य में मात्र एक सीट जीत पाई है, जहां इसने झामुमो, राजद और अन्य दलों के साथ गठबंधन किया था. वहीं पार्टी की असम इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने भी राज्य में पार्टी की सीटें न बढ़ने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है. पार्टी पिछले चुनाव में भी तीन सीटें जीती थी और इस चुनाव में भी तीन सीटें ही जीत पाई.
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चव्हाण, उत्तर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष राज बब्बर, और ओडिशा कांग्रेस के अध्यक्ष निरंजन पटनायक पहले ही अपने इस्तीफे सौंप कांग्रेस आलाकमान को सौंप चुके हैं.
गौरतलब हो कि आम चुनाव में 542 लोकसभा सीटों में से अकेले बीजेपी ने 303 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए ने 350 से अधिक सीटें जीती है. उधर, कांग्रेस नीत वाली यूपीए की बात करें तो यह आंकड़ा 85 सीटों पर है. जबकि कांग्रेस देशभर में केवल 52 सीटों पर सिमट गई है. यही वजह है की नेतृत्व में बदलाव के लिए राहुल गांधी भी पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना चाहते है. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 282 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. तब भी कांग्रेस को देशभर में 44 सीटे मिली थी.