Nagpur Shocker: बिज़नसमैन को ब्लैकमेल करके और 20 करोड़ के घोटाले की धमकी देकर बचाने के लिए 15 लाख रूपए दो पुलिस कर्मचारियों ने मांगे और इसके बाद बिज़नसमैन को जबरन गाड़ी में बिठाकर ले जाया गया. ये घटना नागपुर में सामने आई है. इस घटना के बाद नागपुर पुलिस विभाग में हडकंप मच गया है.
इस मामले में हुड्केश्वर पुलिस ने किडनैपिंग और अन्य धाराओं के तहत बजाजनगर पुलिस स्टेशन के दो कर्मचारियों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. गौरव पराळे,राजेश हिवराळे,आकाश राजू ग्वालबंशी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है तो वही बिज़नसमैन की टिप देनेवाला विक्रांत मेश्राम फरार बताया जा रहा है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. अजय वाघमारे की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है. ये भी पढ़े:Malpractice In Nagpur Examination: नागपुर की Police भर्ती की लिखित परीक्षा में मिला Munnabhai, एग्जाम में स्पाई माइक के जरिये लिख रहा था पेपर
जानकारी के मुताबिक़ पीड़ित अजय वाघमारे की आईबीन फ्लिपकॉर्प नाम की कंपनी है. इस कंपनी के माध्यम से जमीनों की बिक्री और खरेदी की जाती है, इसके साथ ही विदेश में अनाज भी आयात और निर्यात किया जाता है. वाघमारे ने नागपुर में ग्राहकों की मीटिंग का आयोजन किया था. ये बैठक हुड्केश्वर के क्वीन्स सेलिब्रेशन लॉन में थी.
इसके लिए वाघमारे पिछले कई दिनों से नागपुर में आएं थे. इसके बारे में आरोपी विक्रांत को जानकारी मिली. उसने वाघमारे के बारे में पूरी जानकारी निकाली और इनके पास से बड़ी रकम वसूल की जा सकती है, ऐसा उसने आरोपी गौरव को बताया. इसके बाद गौरव, राजेश और आकाश ने वाघमारे को लुटने की साजिश रची. इस प्लान में विक्रांत को भी शामिल किया.
वाघमारे और उनके सहयोगी दिलीप शिंदे और गिरिधर निखारे कार से लॉन में पहुंचे. इसी दौरान एक एसयूवी से गौरव और उसके साथी पहुंचे और कार से नीचे उतरकर पूछने लगे ,' अजय वाघमारे कौन है. इसके बाद वाघमारे को इन आरोपियों ने अपनी कार में बिठाया और उनके पास के तीन मोबाइल और पर्स छीन लिया.
इस बारे में वाघमारे ने जब पूछा तो उन्हें बताया गया की ,' तुमने 20 करोड़ का घोटाला किया है और तुम्हारे खिलाफ हमारे पास शिकायत आई है, इसलिए गिरफ्तार किया गया है और आपको बजाज नगर पुलिस स्टेशन लेकर जा रहे है. इसके बाद आरोपी गौरव ने कहा की ,' मामला दबाने के लिए 15 लाख रूपए देने होंगे. पैसे मांगने पर वाघमारे ने कहा की ,' मैंने घोटाला नहीं किया, मैं पैसे नहीं दूंगा.
इसके बाद आरोपी उन्हें छत्रपति चौक लेकर गए. इसके बाद वाघमारे ने पैसों का इंतजाम करने के लिए आरोपियों से मोबाइल मांगा. इसके बाद वाघमारे ने फ़ोन लेकर पूरी घटना की जानकारी अपने सहयोगी शिंदे को दी. इसके बाद शिंदे ने तुरंत हुड्केश्वर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई.
पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर वाघमारे को छुड़ाया. सोमवार को इसको लेकर पीड़ित वाघमारे ने शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तीनों को कोर्ट में हाजिर किया, जहां से इन्हें तीन दिनों की पुलिस कस्टडी में भेजा है. इस घटना के बाद एक बार फिर खाकी शर्मसार हुई है.