मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड (पीएमसी) पर नियमों की अनदेखी करने के कारण कड़ा प्रतिबंध लगा दिया. इसके तहत शीर्ष बैंक ने मुंबई स्थित पीएमसी बैंक को सभी नियमित कारोबारी लेन-देन करने से रोक दिया. आरबीआई ने अगले छह महीनों के लिए यह प्रतिबंध लगाया है. दरअसल इस प्रतिबंध का असर खाताधारकों पर भी पड़ने वाला है और कोई भी एक बार में 1,000 रुपये से ज्यादा पैसे नहीं निकाल सकता है. इसलिए खाताधारकों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया है.
अधिकारिक नोटीफिकेशन के मुताबिक पीएमसी बैंक को अगले छह महीनों तक के लिए किसी भी प्रकार के व्यापारिक लेन-देन पर रोक लगा दी गई है. इस अवधि में सभी जमाकर्ता बैंक में अपने सेविंग, करंट या अन्य किसी खाते में से 1,000 रुपये से ज्यादा रुपये नहीं निकाल सकते हैं. इसमें एटीएम से लेनदेन और आनलाइन बैंकिंग भी शामिल है.
उधर, पीएमसी बैंक को लोन और अग्रिम धनराशि देने या रीन्यू करने, किसी भी प्रकार का निवेश करने, फ्रेश डिपोजिट स्वीकारने आदि के लिए आरबीआई से पहले परमिशन लेनी पड़ेगी.
पीएससी बैंक के प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस ने बैंक के परेशान ग्राहकों से कहा, "बैंक के एमडी होने के नाते मैं पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और सभी जमाकर्ताओं को आश्वस्त करता हूं कि इन अनियमितताओं को छह महीने की अवधि समाप्त होने से पहले ही ठीक कर दिया जाएगा."
कई राज्यों में कारोबार करने वाले इस बैंकिंग निकाय का जन्म 1984 में मुंबई में एक छोटे कमरे में हुआ था. पीएमसी बैंक की 137 शाखाएं है, जिनमें महाराष्ट्र में 103, दिल्ली में छह, कर्नाटक में 15, गोवा में छह, गुजरात में पांच और मध्य प्रदेश में दो शाखाएं हैं.
बैंक के बाहर महिला हुई बेहोश-
Whatever is reason,
It is working of bankers not citizens.
Only few accounts should be freezed.
Citizens are scared now.
What about their hard earned money.
One citizen fainted out side #pmcbank#ulhasnagar@TOIIndiaNews @toi @MumbaiMirror pic.twitter.com/Biev2tyCoj
— Navin Jethmalani (@Navu_Rockz) September 24, 2019
बैंक के मुंबई के भांडुप शाखा के बाहर बैंक की एक महिला ग्राहक ने रोते हुए मीडियाकर्मियों को बताया, "हम पूरी तरह से बरबाद हो गए हैं. हमारे पास बुनियादी जरूरतों के लिए भी घर पर पैसे नहीं हैं. वे या तो हमें अपना पैसा निकालने दें, या हमारा खाता बंद कर पूरा पैसा लौटा दें."
बोरीवली में बैंक के एक अन्य ग्राहक ने कहा कि आरबीआई को अनियमितताओं के लिए बैंक के प्रबंधकों को सजा देनी चाहिए, न कि बैंक के ग्राहकों को. वहीं गुस्से में ग्राहक ने कहा, "1,000 रुपये की सीमा हास्यास्पद है. हमें नवरात्रि, दीवाली के लिए खरीदारी करनी है. वे हमें ज्यादा निकालने दें या हमें अपने खातों को बंद करने दें."
पीएमसी बैंक की नवीनतम सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, उसके पास कुल 11,617 करोड़ रुपये जमा हैं, जबकि 8,383 करोड़ रुपये उसे चुकाने हैं. बताया जा रहा है कि डूबे कर्ज यानी एनपीए को कम कर दिखाने और कई अन्य नियामकीय खामियों के कारण केंद्रीय बैंक ने पीएमसी पर यह कार्रवाई की. हालांकि, रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि उसने पीएमसी का लाइसेंस रद्द नहीं किया है. और आगे फैसले स्थिति के आधार पर लिए जाएंगे.