पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक यानी पीएमसी बैंक घोटाला मामले में हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) के अध्यक्ष राकेश वधावन, पूर्व अध्यक्ष वरयम सिंह और उनके बेटे सारंग वधावन को अदालत ने 16 ऑक्टोबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. इससे पहले अदालत ने बुधवार को 14 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया. यह मामला 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले का है. हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) के निदेशक राकेश वधावन (Rakesh Wadhawan) और उनके बेटे सारंग वधावन को पिछले बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. वहीं पीएमसी बैंक के पूर्व अध्यक्ष वरयम सिंह (Waryam Singh) को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था.
बता दें कि पीएमसी मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की गई है. रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त प्रशासक की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने अधिकारियों के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दायर किया है. बताया जा रहा है कि पीएमसी बैंक के प्रबंधक (रिकवरी डिपार्टमेंट) ने शिकायत में आरोप लगाया है कि एडीआईएल के संकटग्रस्त लोन खातों को दबाने के लिए 21,000 से अधिक फर्जी खाते बनाए गए थे.
Correction: Accused Rakesh Wadhawan, Sarang Wadhawan and Waryam* Singh sent to police custody till 16th October by Mumbai's Esplanade court in PMC Bank case https://t.co/TGq9xVNOhp pic.twitter.com/JTM6IJPlPY
— ANI (@ANI) October 14, 2019
गौरतलब हो कि पिछले सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी कर 24 सितंबर को आरबीआई ने बैंक को झटका देते हुए छह महीने का प्रतिबंध लगा दिया था. इसके चलते पीएमसी बैंक के नियमित कारोबार पर रोक लगा दी गई. इस फैसले के बाद जमाकर्ताओं में भारी दहशत फैल गई और त्योहारों के सीजन से पहले इसने बैंकिंग और कॉरपोरेट सर्किलों को चौंका दिया. इसके साथ ही प्र्वतन निदेशालय (ईडी) ने भी मामले में कूदते हुए मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर अलग से जांच शुरू की और एचडीआईएल के शीर्ष अधिकारियों की विभिन्न चल संपत्तियों को जब्त करने के अलावा मुंबई के छह अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की.