मलेशिया (Malaysia) के प्रधानमंत्री महातिर बिन मोहम्मद (Mahathir Bin Mohamad) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi) ने उनसे मुलाकात के दौरान नाइक के प्रत्यर्पण का अनुरोध नहीं किया. महातिर बिन मोहम्मद जाकिर नाइक पर पूछे गए सवाल के जवाब में ये बात स्थानीय मीडिया से कही. जाकिर नाइक (Zakir Naik) के विवादित बयान पर महातिर ने कहा कि जाकिर नाइक इस देश का नागरिक नहीं है. जाकिर नाइक को पिछली सरकार द्वारा स्थायी दर्जा दिया गया था. उन्होंने कहा कि स्थायी निवासी को देश के कार्यप्रणाली और उससे जुड़े विषयों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. पीएम मोदी ने ईईएफ की पांचवीं बैठक के दौरान इतर मलेशिया के प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी.
बता दें कि पीएम मोदी और महातिर की यह दूसरी मुलाकात हुई थी. इससे पहले दोनों नेता पिछले साल मई में मिले थे जब मोदी ने 94 वर्षीय महातिर के आम चुनाव में जीतने के बाद उनसे पुत्रजय में मुलाकात की थी. गौरतलब हो कि मलेशिया से जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण को लेकर भारत लगातार प्रयास कर रहा है. मलेशिया सरकार ने भारत की अपील पर अभी विचार कर रहा है. भारत ने इस प्रक्रिया को तेज करने के लिये कहा है. उधर, नाईक का कहना है कि जब तक वह 'निष्पक्ष सुनवाई' के प्रति सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे, तब तक वह भारत नहीं लौटेगा.
PM of Malaysia, Dr Mahathir says "Zakir Naik isn't a national of this country, he was given permanent status by previous govt. Permanent resident isn't supposed to make comments on country's system or politics, he breached that, so now he isn't allowed to speak": Malaysian Media https://t.co/gRQghbLAzD
— ANI (@ANI) September 17, 2019
कट्टरपंथी इस्लामिक प्रचारक जाकिर 2016 में भारत से भाग गया था और उसके बाद से मलेशिया मे रहा है. मलेशिया ने उसे कथित रूप से स्थायी निवासी का दर्जा दे दिया है. नाईक पर नफरत फैलाने वाले भाषण देने, इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के जरिए मानी लॉन्ड्रिंग करने समेत कई आरोप हैं. जाकिर नाइक को राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) तलाश रही है.