नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच दो दिनों की डिजिटल बैठक के पहले दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की 21 राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उपराज्यपालों और शीर्ष अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं. आज प्रधानमंत्री मोदी उन राज्यों से बात कर रहे हैं जहां कोरोना के मामलों की संख्या 20 हजार से कम है और 150 से कम लोगों की मौत हुई है. इस बैठक में पंजाब, केरल, गोवा, उत्तराखंड, झारखंड, पूर्वोत्तर राज्यों समेत कुछ केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं.
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा, भविष्य में जब कभी भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई का अध्ययन होगा, तो ये दौर इसलिए भी याद किया जाएगा कि कैसे इस दौरान हमने साथ मिलकर काम किया, Co-operative Federalism का सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया. यह भी पढ़ें- Coronavirus in India: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की खबर, रिकवरी रेट बढ़कर 52.47 फीसदी हुआ.
पीएम मोदी ने कहा, दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स, हेल्थ के जानकार, लॉकडाउन और भारत के लोगों द्वारा दिखाए गए अनुशासन की आज चर्चा कर रहे हैं. आज भारत में रिकवरी रेट 50 प्रतिशत से ऊपर है. आज भारत दुनिया के उन देशों में अग्रणी है जहां कोरोना संक्रमित मरीजों का जीवन बच रहा है.
पीएम मोदी ने कोरोना संकट के बीच किया संबोधित-
When India's fight against #COVID19 will be analysed in future, this time will be remembered for how we worked together and served as an example of cooperative federalism: Prime Minister Narendra Modi in meeting with CMs of 21 states & UTs via VC pic.twitter.com/OQLdN9YTdU
— ANI (@ANI) June 16, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा, हमें हमेशा ध्यान रखना है कि हम कोरोना को जितना रोक पाएंगे, उसका बढ़ना जितना रोक पाएंगे, उतना ही हमारी अर्थव्यवस्था खुलेगी, हमारे दफ्तर खुलेंगे, मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के साधन खुलेंगे, और उतने ही रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे.
पीएम मोदी ने कहा, हमारे यहां जो smaller factories हैं उन्हें guidance की, Hand-Holding की बड़ी जरूरत है. मुझे पता है आपके नेतृत्व में इस दिशा में काफी काम हो रहा है. Trade और Industry अपनी पुरानी रफ्तार पकड़ सकें, इसके लिए Value Chains पर भी हमें मिलकर काम करना होगा.
पीएम मोदी ने कहा, किसान के उत्पाद की मार्केटिंग के क्षेत्र में हाल में जो रिफॉर्म्स किए गए हैं, उससे भी किसानों को बहुत लाभ होगा. इससे किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए नए विकल्प उपलब्ध होंगे, उनकी आय बढ़ेगी और स्टोरेज के अभाव के कारण उनको जो नुकसान होता था, उसे भी हम कम कर पाएंगे.
पीएम ने कहा, लोकल प्रोडक्ट के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड रणनीति की घोषणा की गई है, उसका भी लाभ हर राज्य को होगा. इसके लिए जरूरी है कि हम हर ब्लॉक, हर जिले में ऐसे प्रोडक्ट्स की पहचान करें, जिनकी Processing या Marketing करके, एक बेहतर प्रोडक्ट हम देश और दुनिया के बाजार में उतार सकते हैं.