VIDEO: सोनभद्र जिले में गंदा पानी पीने से ग्रामीणों में फैला डायरिया, 1 शख्स की मौत, 15 से ज्यादा हुए बीमार, लोगों को हॉस्पिटल में किया एडमिट
Credit-(X,@WeUttarPradesh)

सोनभद्र, उत्तर प्रदेश: के सोनभद्र जिले में भीषण गर्मी के बीच डायरिया का प्रकोप ग्रामीणों के लिए नई मुसीबत बन गया है. चतरा ब्लॉक के मंठहवां गांव में अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि दर्जनों लोग बीमार हैं. ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है.गांव के निवासी विनय धांगर (45) की हालत मंगलवार रात बिगड़ गई. उनके साथ उनके दो बेटे भी बीमार पड़े. ग्रामीणों ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी, लेकिन रात होने का हवाला देते हुए टीम मौके पर नहीं पहुंची. सुबह तक इलाज न मिलने के कारण विनय की मौत हो गई.

बुधवार सुबह जब स्वास्थ्य कर्मी गांव पहुंचे, तब तक एक दर्जन से ज्यादा लोग डायरिया से पीड़ित हो चुके थे.ये भी पढ़े:Maharashtra: नांदेड़ में सड़क किनारे स्टॉल से पानी पुरी खाने से 31 छात्र बीमार, अस्पताल में भर्ती

डायरिया से लोग हुए बीमार 

गंदे पानी के पीने से बिगड़ी हालत

गांव में अब तक न तो 'हर घर नल' योजना पहुंची है और न ही स्वच्छ पेयजल की कोई व्यवस्था है. लोग हैंडपंप और कुओं का पानी पीने को मजबूर हैं, जो गर्मी के कारण दूषित हो चुका है. यही दूषित पानी डायरिया का मुख्य कारण बन रहा है.

हॉस्पिटल में बीमार लोगों का इलाज जारी

स्वास्थ्य टीम ने बुधवार को गांव पहुंचकर डायरिया पीड़ितों को चतरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन समय पर चिकित्सा सहायता न मिलने की वजह से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है. इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @WeUttarPradesh नाम के हैंडल से शेयर किया गया है.

समय पर इलाज मिलता तो जान बच सकती थी

गांववालों का कहना है कि अगर विभाग ने रात में ही मेडिकल टीम भेज दी होती, तो शायद विनय की जान बचाई जा सकती थी। लोगों ने प्रशासन से इस लापरवाही की जांच और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है.

डायरिया से बचाव कैसे करें?

केवल उबला या फिल्टर किया हुआ पानी ही पिएं.भोजन से पहले और शौच के बाद हाथ धोना न भूलें.खुले में मिलने वाले खाद्य पदार्थों से परहेज करें.पानी के स्रोतों को साफ और ढका हुआ रखें.

किसी भी लक्षण के दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.