
मुंबई: महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां 31 छात्र-छात्राएं फूड पॉइजनिंग के कारण अस्पताल में भर्ती कराए गए. यह सभी छात्र एक ही पानीपुरी स्टॉल से स्नैक खाने के बाद बीमार पड़े. घटना गुरुवार तड़के की है और सभी पीड़ितों को डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया. बीमार हुए छात्र-छात्राएं नांदेड़ की तीन प्रमुख शैक्षणिक संस्थाओं से जुड़े हैं. स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय, SGGS कॉलेज, एक नर्सिंग कॉलेज.
ये सभी छात्र सड़क किनारे एक ही पानीपुरी विक्रेता से खाने के बाद उल्टी, मतली और बेचैनी की शिकायत करने लगे और धीरे-धीरे अस्पताल पहुंचने लगे.
अस्पताल में भर्ती, हालत स्थिर
अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह 4 बजे से लेकर कुछ घंटों तक लगातार छात्र आते रहे, जिन्हें जांच के बाद अलग-अलग वार्डों में भर्ती किया गया. हालांकि सभी की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है, लेकिन इस घटना ने सड़क किनारे मिलने वाले खाने की गुणवत्ता और स्वच्छता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
क्या है फूड पॉइजनिंग का कारण?
पानीपुरी या गोलगप्पा देशभर में बेहद लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है, लेकिन अक्सर यह साफ-सफाई के अभाव में फूड पॉइजनिंग का कारण बन जाता है. खुले में रखी चटनी, गंदे पानी और बिना सैनिटाइज किए गए हाथों से बनी पानीपुरी से संक्रमण फैल सकता है.