वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अखिलेश यादव पर बोला हमला, कहा- क्या चोर को पकड़ने के लिए हमें चुनाव के बाद मुहूर्त का इंतजार करना चाहिए था..
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Photo Credits ANI)

लखनऊ: आयकर विभाग (IT) ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कन्नौज में समाजवादी पार्टी (एसपी) के एमएलसी पुष्पराज जैन (पम्मी जैन) और एक अन्य व्यवसायी बाबू मियां के 50 परिसरों पर छापेमारी की. जिसके बाद बीजेपी बनाम समाजवादी पार्टी की जुबानी जंग तेज हो गई. पुष्पराज जैन के यहां छापेमारी के कुछ घंटों बाद एसपी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘बीजेपी के लोग नफरत फैलाने वाले लोग हैं और इन्होंने राजनीति को दूषित किया है, ये नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले लोग हैं, ये सौहार्द और सुगंध को कैसे पसंद करेंगे.’’ उधर, केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आईटी रेड को लेकर अखिलेश यादव पर पलटवार किया और पूछा कि इतना झटका क्यों लग रहा है? अभी तय नहीं पीयूष जैन की कर देनदारी: डीजीजीआई

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा “जो लोग इस पर टिप्पणी कर रहे हैं मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि टीम गई तो वो खाली हाथ आई क्या? अगर गलत व्यक्ति के घर गए होते तो उसके घर में इतना पैसा मिलता क्या? आप किसे बचा रहे हैं? सपा प्रमुख अखिलेश यादव क्या इससे हिल गए हैं? क्या उन्हें डर लग रहा है?’

उन्होंने कहा “लॉ इंफोर्सिंग एंजेसी कहीं छापा मारती है तो सूचना के आधार पर मारती है. कानपुर में इत्र कारोबारी के यहां जीएसटी (GST) की जानकारी के तहत छापा मारा गया. जिसे लेकर पिछले दो दिनों में इतनी गलत जानकारी फैलाई गई, जिसे समझाने के लिए एक प्रेस नोट जारी किया गया.’

उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा “जब्त नकदी ही इस बात का सबूत है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां ईमानदारी से काम कर रही हैं... क्या हमें चुनाव के बाद मुहूर्त का इंतजार करना चाहिए या चोर को आज ही पकड़ लेना चाहिए?”

आज दोपहर में अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘नफरत की दुर्गंध फैलाने वाले भाजपा के लोग हैं जानबूझकर समाजवादी पार्टी को बदनाम करना चाहते हैं, ये कन्नौज को भी दुनिया भर में बदनाम करने में लगे हैं.’’ यादव ने एक नारा दिया '' अब इत्र का इंकलाब होगा, 22 में बदलाव होगा.'' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले दिन से कह रहा हूं कि जिस जगह (कानपुर और कन्नौज में इत्र कारोबारी पीयूष जैन) इन लोगों ने छापा मारा उससे समाजवादी पार्टी का कोई संबंध नहीं है.